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Photograph: (Freepik)
Why is it important to instill confidence in girls from childhood: क्या आपने कभी सोचा है कि एक लड़की जो खुलकर बोलती है उसे बचपन में कैसी शिक्षा दी गई होगी? क्या उसे बचपन से ही इसके लिए तैयार किया गया था या बाद में जाकर उसने खुद को इसके लिए खुद को तैयार किया। बचपन किसी भी इंसान के जीवन का फाउंडेशन स्टेज होता है। ये वो समय है जब इंसान व्यक्तित्व का विकास होता है। लड़कियों के मामले में खासतौर पर ये समय और भी जरूरी होता है। अभी तक हमारा समाज लड़कियों के लिए आत्मविश्वास को गैर जरूरी समझता है और उन्हें आगे बढ़ने से रोकता है ऐसे में उनके लिए चुनौती और भी बढ़ जाती है। उन्हें अक्सर इस समाज में अनेक प्रकार के तानों और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर लड़कियों में बचपन से ही आत्मविश्वास की भावना को प्रोत्साहित की जाए, तो वे इन चुनौतियों से न केवल बेहतर ढंग से निपट सकती हैं, बल्कि अपने सपनों को साकार कर सकती हैं।
कई लोग सोचते है कि आत्मविश्वास सिर्फ पढ़ने लिखने से आ सकता है लेकिन इसके लिए खुद पर विश्वास करने, सही फैसले लेने और खुद के लिए खड़े होने की ताकत रखनी चाहिए। इससे हमारा कॉन्फिडेंस झलकता है। आज हम विकसित भारत की बात करते है। ऐसे में यदि हम एक सशक्त और फेमिनिस्ट समाज चाहिए, तो इसकी शुरुआत लड़कियों को मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनाकर करनी होगी। आइए जानते है लड़कियों में बचपन से आत्मविश्वास बढ़ाना क्यों जरूरी है?
क्यों जरूरी है लड़कियों में बचपन से आत्मविश्वास बढ़ाना?
सही फैसले लेने के लिए जरूरी
लड़कियों में अगर आत्मविश्वास होगा तभी वो खुद के लिए सही फैसले ले पाएगी। आत्मविश्वास से भरी लड़कियां हर मौके पर सही फैसले ले पाती है फिर चाहे वो खुद का करियर हो या पर्सनल लाइफ से जुड़ा कोई फैसला।
गलत चीजों पर खुल कर बोलने के लिए
अगर एक लड़की के अंदर आत्मविश्वास होगा तभी वो जेंडर बेस्ड एलिगेशन का खुल कर जवाब देगी। तभी वो समाज में मौजूद रूढ़ियों को तोड़ेगी और किसी के कहने पर की अरे तुम लड़की है हो तुमसे नहीं होगा बोलने पर बोलने के साथ कुछ अच्छा कर दिखाएगी। एक लड़की को खुद के लिए खड़े होने के लिए आत्मविश्वास की सबसे ज्यादा जरूरत है।
मेंटल स्ट्रेंथ के लिए लिए आत्मविश्वास जरूरी है
एक लड़की को मेंटली स्ट्रांग होना चाहिए ताकि वो रूढ़िवादी समाज का डटकर सामना कर सके क्योंकि इस समाज ने हमेशा लड़कियों की आलोचना ही की है। ऐसे में आत्मविश्वास से उनमें स्ट्रेस, प्रेशर और आलोचना को बेहतर तरीके से संभालने की हिम्मत आती है।
लीडरशिप में आगे आने के लिए
एक लड़की में जब आत्मविश्वास होगा तभी उसमें लीडरशिप की क्वालिटी का विकास होगा। इसलिए आत्मविश्वास जरूरी है। जैसे अगर हम हाल में हुए ऑपरेशन सिंदूर को देखे तो इसे दो जाबाज महिलाओं ने लीड किया। ऐसे में आत्मविश्वास एक लड़की को हर उस मुकाम तक पहुंचा सकता है जहां तक जाने की उसकी कामना है।
भविष्य को और बेहतर बनाने के लिए
एक आत्मविश्वास से भरी लड़की का भविष्य उज्वल होता है। जहां एक तरफ वो अपने करियर में नए बुलंदियों को छूती है वही दूसरी तरफ इससे उसके लिए नए अवसर भी खुलते है। वो इससे अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को सही से बैलेंस कर सकती है। जहां अपनी बात रखनी हो खुल कर रख सकती है।