Do Sexless Marriages Survive?: सेक्सलेस मैरिज ऐसा वैवाहिक जीवन है जिसमें दोनों पति-पत्नी के बीच सेक्सुअल एक्टिविटी बहुत कम या बिलकुल नहीं होती। कुछ शादियाँ ऐसी होती हैं जिनमें फिजिकल एक्टिविटी बहुत कम या न के बराबर होती हैं।
कितना चलती हैं सेक्सलेस शादियाँ?
शादी में हम अपने पार्टनर को अपने पास देखना और फील करना चाहते हैं, फिजिकली और मेंटली भी। हम एक दूसरे पर अपना हक़ समझते हैं और कोई दूसरा-तीसरा बीच में आए या हक़ जताये तो हम पसंद नहीं करते। हम सब जानते हैं कि सेक्शुअल रिलेशन या फिजिकल इंटिमेसी शादीशुदा ज़िंदगी का न अलग होने वाला पार्ट है और हम यह सोच भी नहीं सकते कि कोई शादी ऐसी भी हो सकती है जिसमें सेक्शुअल एक्टिविटी न हो। लेकिन कुछ शादियाँ ऐसी होती हैं जिनमें फिजिकल एक्टिविटी बहुत कम या न के बराबर होती है। अब हम सोचेंगे कि क्या ऐसा रिश्ता चल पाता है? अगर हाँ तो कितनी देर?
सेक्सलेस शादी के कारण
आइये पहले बात करते हैं सेक्सलेस शादी के क्या-क्या कारण हो सकते हैं।
- हो सकते हैं हेल्थ इश्यूज़
हो सकता है कि एक या दोनों पार्टनर्स कुछ हेल्थ इश्यूज के साथ जूझ रहे हों और उनका ध्यान फिजिकल इंटिमेशन की तरफ जाता ही हो। - कम्युनिकेशन नहीं हो रही
यह पॉसिबल है कि दोनों पार्टनर्स में इस बारे में बात नहीं हो रही और दोंनो इस टॉपिक पर बात करने में झिजक महसूस करते हों। - मेनोपॉज़ या शिशु के जन्म के बाद
एक शिशु को संभालना मुश्किल और थका देने वाला हो सकता है। इससे दोनों पेरेंट्स एक्सट्रीमली एग्जॉस्ट हो सकते हैं और सेक्स के लिए टाइम निकाल पाना मुश्किल हो सकता है। इसके इलावा मेनोपॉज़ के समय काफी हार्मोनल चेंजेस की वजह से भी सेक्शुअल एक्टिविटी एफेक्ट हो सकती है। - अगर मेंटली अपसेट हों
अगर आप या आपका पार्टनर किसी तरह के मेन्टल इशू से गुज़र रहा हो तो आप सेक्सलेस रिलेशनशिप से गुज़र सकते हैं। हो सकता है कि यह एक फेज ही हो, इसलिए अच्छा यही है कि आप अपने आप पार्टनर को सपोर्ट करें। - मेडिसिन्स के साइड-इफेक्ट्स
कई बार प्रेसक्राइब्ड दवाईयों के भी कुछ साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिसमें सेक्शुअल एक्टिविटी इम्पैक्ट हो सकती है। इसके लिए जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
कितना चलती हैं सेक्सलेस शादियाँ?
यह चीज़ दोनों पार्टनर्स पर डिपेंड करती है कि वे बगैर फिजिकल इंटिमेसी के इस रिश्ते में कितना खुश हैं। अगर दोनों पार्टनर्स एक दूसरे को इतना प्यार करते हैं और समझते हैं कि वे इसके बिना ही खुश हैं तो इसका कोई इशू नहीं हो सकता लेकिन इसके बारे में अपने पार्टनर से बात करना लाज़मी है। आप उनसे बात करें और अपने मन से कुछ भी न सोचें। उनसे अपनी एक्सपेक्टेशंस के बारे में बात करें और उनके इश्यूज के बारे में भी बात करें। उनकी बात को सुनें उनकी प्रॉब्लम के लिए सॉल्यूशन सजेस्ट करें इससे आपको अपने रिलेशनशिप पर और क्लैरिटी मिलेगी।