जब से घर में लड़की जवान होने लगती है तब से परिवार, रिश्तेदार और समाज सभी उस पर नज़र रखने लग जाते है कि वह किसके साथ बाहर जा रही है? किसे मिल रही है? क्या खाती है? इन सब बातों पर सभी का ध्यान होता है। ऐसे में लड़कियाँ अपने परिवार से बाग़ी होना शुरू कर देती है। वह उनसे बातें छिपाना शुरू कर देती है। कई बार ऐसे हालातों में फँस जाती है जहां से उनके लिए निकलने का कोई रास्ता नहीं बचता।
Toxic relationship: लड़कियों को टॉक्सिक रिलेशनशिप की पहचान होना है जरुरी
जवान लड़के-लड़कियाँ अक्सर इस उम्र में रिलेशनशिप में आ जाते है। इस दौरान बहुत सी लड़कियां टॉक्सिक रिलेशनशिप में फस जाती है कारण एक तो इतनी चीजों की समझ नहीं होती और दूसरा यह भी है कि वह किसी से इस बारे में बात नहीं कर सकती।अगर वो परिवार को बताएंगी तो वे उसे घर में बिठा लेंगे उसको आगे नहीं पढ़ने देंगे। यह भी हो सकता ही कि बिना मर्जी से वे उसकी शादी किसी से भी कर दे। ऐसे में उन्हे कुछ समझ नही आता और वे ऐसे रिलेशन में फस कर रह जाती हैं।
कोई मदद नहीं दिखती
- कोई भी किसी टॉक्सिक रिलेशन में जान बूझकर नहीं जाता। इसमें हम तब जाते है जब हम अपने पार्टनर की छोटी सी छोटी बात को अनदेखा करते हैं।बहुत बार हमें रिश्ते में रेड फ्लैग देखने को मिलते हैं पर प्यार में अंधे होने के कारण हम वह देख नहीं पाते जिस कारण हम टॉक्सिक रिलेशन में ट्रैप हो जाते हैं।
- दूसरा कारण यह भी यह भी है कि हम हम अभी इतने समझदार नहीं होते हमें अभी रिश्तो की इतनी समझ नहीं आती इसलिए हम उन इशारों को देख नहीं पाते जो हमें रिलेशनशिप में देखने चाहिए और यह भी है कि आज हमारे यूथ के ऊपर पॉप कल्चर का बुरा प्रभाव है।
मां-बाप का स्ट्रिक्ट होना
- आज भी भारतीय घरों में यही सोच है कि अगर वह अपने बच्चों के साथ स्ट्रक नहीं होंगे तो उनके बच्चे बिगड़ जाएंगे खासकर लड़कियों के साथ मां-बाप ज्यादा सख्ती से पेश आते क्योंकि उन्हें लगता है लड़कियां बाहर जाकर बिगड़ जाएंगी।
- इस वजह से बच्चे मां बाप से बाहर होकर रिलेशनशिप्स में चले जाते हैं उनके पास इतना एक्सपीरियंस नहीं होता और कोई बात करने वाला भी नहीं था जिस कारण वह ऐसे रिलेशनशिप्स में फंस जाती है और निकल नहीं पाती।
- टॉक्सिक रिलेशनशिप तो किसी की भी जिंदगी में आ सकता है चाहे वह खुद मां-बाप हो या बच्चे। बच्चों के साथ ऐसी स्थिति में सख्ती से पेश आने की बजाय उनके साथ बैठ कर बात करनी चाहिए जिससे उनका बच्चा ऐसे रिलेशनशिप से बच सकें।