Relationship Advice: जब दो व्यक्ति किसी रिश्ते में जुड़ते हैं, तो उसे वहाँ से आने वाली सभी खुशियों का आनंद मिलता है। लेकिन किसी भी रिश्ते को खुशहाल बनाए रखने के लिए विशेष एफर्ट्स लगाएं जाने चाहिए। मगर ये एफर्ट्स लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप होने पर बढ़ाएं जानें जरूरी होते है ऐसे कपल्स केवल वॉइस कॉल, वीडियो कॉल और टेक्स्टिंग के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं।
उनके लिए दूसरे कपल्स की तरह सामने आना या साथ में समय बिताना संभव नहीं होता है। इससे उनके बीच में कभी-कभी समस्याएँ भी आने लगती हैं। किसी भी संबंध में थोड़ी-बहुत गलतफहमी या टकराव होना सामान्य है, लेकिन कुछ ऐसी बातें होती हैं जिन्हें रिश्ते में कभी भी सहना नहीं चाहिए। यकीनन, लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में दोनों ही पार्टनरों की अपनी-अपनी जिम्मेदारियाँ होती हैं, लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जो रिश्ते को टॉक्सिक बना सकती हैं। इसलिए, लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में भी ऐसी स्थितियों को सहना नहीं चाहिए। आइए जानें वो बातें जो लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में लड़कियों को कभी भी नही सहनी चाहिए।
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में लड़कियां कभी न सहें यह 5 बातें
वर्बल एब्यूज
जब महिलाओं के शोषण या दुर्व्यवहार की बात होती है, तो लोग अक्सर केवल शारीरिक शोषण पर ही ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकिन वर्बल एब्यूज महिलाओं के मन और आत्मा पर गहरा असर डालता है। कहा जाता है कि जिस्म का घाव तो भले ही भर जाता है, लेकिन दिल पर लगा घाव जल्द नहीं भरता है। कुछ महिलाएं रिश्ते में वर्बल एब्यूज को सहती हैं, और यह समस्या लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशन में भी उभरती है। वे अक्सर अपने आप को दोषी मानती हैं और अपने साथी को सही ठहराती हैं, जबकि मौखिक दुर्व्यवहार भी गंभीर समस्या होती है। ऐसे रिश्तों में प्यार और सम्मान की कमी होती है, और इस स्थिति को सुधारना महत्वपूर्ण होता है।
हर वक्त इंतज़ार करना
एक लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में अपने साथी से मिलने के लिए निश्चित रूप से आपको सालों का इंतजार करना पड़ सकता है। लेकिन वीडियो कॉल और मैसेजिंग आपको अपने साथी के करीब होने का अहसास दिलाते हैं। हालांकि, अगर आपको ऐसा लगता है कि वह आपको जानबूझ कर इंतजार करवा रहा है, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। अगर मैसेज के बाद उसका कोई जवाब नहीं आता है या फिर आपके फिक्स कॉल टाइम पर भी उसका रिप्लाई नहीं आता है और वह आपसे बात नहीं करता है, तो ऐसे में आपको थोड़ा सतर्क रहने और स्थिर होने की आवश्यकता है।
हमेशा सेक्स से जुड़ी बातें करना
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में, पार्टनर केवल सेक्स से जुड़ी बातें करें तो इससे बचना चाहिए। सेक्स सम्बंधों पर संवाद बहुत अहम हो सकता है, लेकिन यह रिलेशनशिप का सिर्फ एक हिस्सा होता है। दूरी के बावजूद, दोनों के बीच विश्वास और समर्थन के अनुभव संबंध को मजबूत बनाते हैं। इसलिए, सेक्स से जुड़ी बातों को सावधानीपूर्वक समय और स्थिति के अनुसार ही चर्चित करना उचित है। पार्टनर्स का एक दूसरे से सभी चीज़ों पर बात करना जरूरी होता है केवल इसी विषय पर बात करना ये बताता है के आपका पार्टनर आपके साथ केवल फिजिकल चीज़ों के लिए हैं।
छोड़ने ने बातें बोलना
जब व्यक्ति लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशन में होता है, तो वह अक्सर नहीं जान पाता कि उसका संबंधी कब, कहाँ पर है और क्या कर रहा है। इससे कहीं न कहीं उसमें एक असुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है। हालांकि, इस संदर्भ में, दोनों का प्यार ही उनके संबंध को मजबूती देता है। अगर आपका साथी आपको बार-बार लो फील करवाता है या फिर उसके व्यवहार में बदलाव आता है, तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपका मन दुखी होगा, और आपका आत्मविश्वास भी कमजोर हो सकता है। बेहतर है कि आप खुलकर अपने साथी से इस विषय पर बात करें।
फैसले में शामिल न करना
जिंदगी में आप कोई भी फैसला लेते हैं तो जरूरी होता है की आप अपने पार्टनर को भी शामिल करें। अगर आप लॉन्ग डोस्टेंस रिलेशनशिप में है और आपका पार्टनर आपको उनसे जुड़े किसी भी फैसले में शामिल न करें तो ये गलत है, लड़कियों को ये नहीं सहना चाहिए। रिलेशनशिप में पार्टनर की राय लेना उन्हें इंपोर्टेंट फील कराता हैं और भरोसा भी बढ़ता है।