Never have these five expectations from your partner: उम्मीदें किसी भी रिश्ते में होना स्वाभाविक है, लेकिन हद से ज्यादा उम्मीदें रिश्ते को धीरे धीरे खत्म कर देता है। कोई भी रिश्ता हमेशा समझ, सम्मान और सहयोग पर आधारित होता है। खासतौर पर जब हम पार्टनर के साथ अपने रिलेशनशिप की बात करते हैं, तो उम्मीदें और अपेक्षाएं स्वाभाविक रूप से जुड़ी होती हैं। हालांकि, कई बार ये उम्मीदें अव्यवहारिक भी हो सकती हैं, जिसका कोई मतलब नहीं रह जाता लेकिन इसके कारण रिश्ते में और संतोष और तनाव जरूर आ जाती है जिसके कारण कई रिश्ते टूट भी जाते हैं। इसीलिए हमें यह समझना महत्वपूर्ण है कि हर व्यक्ति की अपनी सीमाएँ और क्षमताएँ होती हैं, पार्टनर से सही एक्सपेक्टेशन रखने से न केवल दोनो के बीच का रिश्ता मजबूत होता है, बल्कि इसमें संतुलन और खुशियाँ भी बनी रहती हैं। यहां पढ़िए ऐसे पांच एक्सपेक्टेशन के बारे में जो पार्टनर से कभी नहीं रखनी चाहिए।
पार्टनर से कभी ना करें ये पांच एक्सपेक्टेशन
1. परफेक्टनेस ढूंढना (Search for perfection)
सबसे पहले तो हमें यह समझने की जरूरत है कि कोई भी व्यक्ति पूरी तरह से परफेक्ट नहीं होता है। हर आदमी में कुछ ना कुछ कमी जरूर होती है और यही कमियां या खूबियां उसे दूसरे आदमी से अलग बनाती है। इसीलिए आप अपने पार्टनर से हर वक्त परफेक्टनेस की उम्मीद ना करें। वह जैसा है उसे उस रूप में एक्सेप्ट करने की कोशिश करें। इससे आपके पार्टनर का भी कॉन्फिडेंस मजबूत होगा।
2. हमेशा सहमति की उम्मीद
कई लोग ऐसा चाहते हैं कि उसका पार्टनर उसके सारे बातों से सहमत हो। लेकिन सभी व्यक्ति के अपने मत विचार और अपने तरीके से चीजों को देखने का नजरिया होता है। इसीलिए हमें कभी भी अपने जजमेंट पार्टनर पर थोपना नहीं चाहिए। उसके ओपिनियन का भी सम्मान करना चाहिए। इससे रिश्ते में अंडरस्टैंडिंग भी बढ़ती है तथा झगड़े भी कम होते हैं।
3. बदलने की उम्मीद ( Hope to change)
कई लोग अपने पार्टनर को अपने अनुसार ढालना चाहते हैं। जो कभी नहीं करना चाहिए। अगर आपके पार्टनर को कोई बुरी आदत है या वह किसी खराब संगति में है, तो ऐसे बुरी आदत को बदलवाना अच्छी बात है। लेकिन सभी चीजों में ऐसा करना अपने नियम उस पर थोपने के समान होता है। हर आदमी के जीने के अपने तौर तरीके होते हैं, उनकी अपनी आदतें होती हैं। हम उसे अपने तरीके से हमेशा उनके आदतों को नहीं बदल सकते हैं। इसीलिए ऐसा करने से बचे।
4. मूड हो एक जैसा
हर व्यक्ति की भावनाएं और मूड होते हैं। लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि अगर वह उदास है और उनका पार्टनर खुश मालूम पड़ रहा है तो उन्हें या अच्छा नहीं लगता। वह चाहते हैं कि उनका पार्टनर भी हमेशा उनके मूड के अनुसार बिहेव करें। हमें ऐसा करने से बचना चाहिए क्योंकि हर आदमी की जिंदगी में अलग-अलग पल चल रहे होते है। उनकी अपनी भावनाएं होती हैं, इसलिए ऐसा बिल्कुल जरूरी नहीं है कि वह हमारी तरह ही रिएक्ट करें।
5. हमेशा दे प्रायोरिटी (Priority)
हमारे आसपास के सभी लोगों की प्रायोरिटी अलग-अलग होती है। कोई अपने करियर को प्राथमिकता देता है तो कोई अपने रिश्ते को। लेकिन अगर हम अपने पार्टनर से यह एक्सपेक्ट करें कि हमारा पार्टनर हमेशा हमें ही प्राथमिकता दे तो यह बिल्कुल सही नही हैं। क्योंकि हर व्यक्ति की जिंदगी की प्राथमिकताएं अलग-अलग होती है जिनके ऊपर उनका भविष्य टिका होता है।