Types Of Intimacy: अपने रिश्ते को रोमांटिक और सुखद बनाने के लिए, इंटिमेसी का होना बहुत जरूरी है। इससे आपके यौन संबंधों में भी सुधार आता है। इंटिमेसी के साथ आप दोनों पार्टनर्स एक दूसरे के करीब आते हैं, विश्वास बनता है और भावनात्मक जुड़ाव भी देखने को मिलता है। अगर आपके रिश्ते में इंटिमेसी है तो आप पार्टनर के सामने वल्नरेबल हो जाते हैं। आपको उनके सामने दिखावा नहीं करना पड़ता है। इसके साथ ही आप एक दूसरे के साथ कंफर्टेबल भी होते हैं और सुरक्षित भी महसूस करते हैं तो इंटिमेसी के होने से रिश्ते और ज्यादा मजबूत हो जाता है। चलिए जानते हैं इंटिमेसी कितने प्रकार की होती है-
इंटिमेसी के कितने प्रकार हैं?
Emotional Intimacy
सबसे पहले इमोशनल इंटिमेसी आती है जिसमें आप पार्टनर के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं। आप उनके साथ अपनी भावनाओं को शेयर करते हैं। आप क्या सोच रहे हैं और आपको कैसालग रहा है, आप सब कुछ उन्हें बताते हैं। आप उनके साथ वुलनरेबल हो जाते हैं और खुलकर बातचीत करते हैं। आपको कुछ भी बदलना नहीं पड़ता है। इससे आपके रिश्ते में एक गहराई आती है। आप दोनों एक दूसरे को समझने लग जाते हैं। रिश्ते में एक कम्युनिकेशन गैप खत्म हो जाता है क्योंकि आप दोनों एक दूसरे को समझते हैं और वास्तविक रहते हैं। जब रिश्ते में इमोशनल सपोर्ट आ जाता है तब आप कभी खुद को अकेला महसूस नहीं करते हैं। आपको लगता है कि आपके साथ कोई है जो आपका हर स्थिति में साथ देगा जिसके कारण रिश्ते में सिक्योरिटी आ जाती है।
Physical Intimacy
अगर आप किसी भी रिश्ते को लंबे समय तक चलना चाहते हैं तो उसमें फिजिकल इंटिमेसी का होना भी बहुत जरूरी है। अपने सेक्सलेस मैरिज के बारे में सुना होगा। इससे रिश्ते में दूरियां आने लग जाती हैं। आपका कॉन्फिडेंस कम होने लग जाता है। यह भी चांस हो सकता है कि आप शारीरिक संतुष्टि के लिए अपने रिश्ते से बाहर किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाने लग जाए। वहीं अगर आपके रिश्ते में शारीरिक इंटिमेसी होगी तो आप इससे बच सकते हैं। आपका रिश्ता लंबे समय तक चल सकता है और आप एक दूसरे के करीब आते हैं। इसके साथ ही स्ट्रेस कम हो जाता है। आप उन्हें टच कर सकते हैं, गले मिल सकते हैं और उनके साथ बातें कर सकते हैं। इसके साथ ही उनके साथ सेक्स कर सकते हैं।
Intellectual Intimacy
इसे मेंटल एंटिमेसी भी कहा जाता है जब आप अपनी अपने विचारों और सोच को पार्टनर के साथ शेयर करते हैं तो उसे इंटेलेक्चुअल इंटिमेसी कहा जाता है। आप उन्हें बताते हैं कि किसी चीज को लेकर आप क्या सोचते हैं। इससे आप दोनों एक दूसरे को जानना जाने लग जाते हैं। इसके साथ ही आप उस बात को रिस्पेक्ट और सपोर्ट करते हैं कि आपका पार्टनर क्या करना चाहता है या उसकी क्या गोल है। इससे आप दोनों की पर्सनल ग्रोथ भी होती है। यह आपको इमोशनल इंटिमेसी की तरह लग सकता है लेकिन इसमें आप जो बातें शेयर करते हैं, उससे आपको डिसीजन लेने में मदद मिलती है।
Spiritual Intimacy
यह एक ऐसा पड़ाव है जहां पर आप शारीरिक चीजों से बढ़कर सोचते हैं। आपका रिश्ता उनके दिल के साथ जुड़ जाता है। आप सिर्फ उनकी बाहरी खूबसूरती की तरफ आकर्षित नहीं होते बल्कि उनकी गहराई को समझते हैं। आप उन्हें इसलिए पसंद करते हैं कि वह कैसे व्यक्ति हैं या वह खुद क्या है। ऐसी इंटिमेसी में इगो और जजमेंट की कोई जगह नहीं होती है। आपके अंदर माफी देने की और मांगने की क्षमता होती है। आप पार्टनर को उनकी च्वाइस के लिए जज नहीं करते हैं।