What Is Financial Abuse How To Face It: जब लोग घरेलू हिंसा के बारे में विचार करते हैं, तो उनके दिमाग में सबसे पहले फिजिकल और मेंटल हिंसा की चिंता होती है। हालांकि, रिसर्च से पता चलता है कि फाइनेंशियल एब्यूज उतना ही आम होता है, जितना कि अन्य प्रकार के अत्याचार। इस लेख में हम जानेंगे कि फाइनेंशियल एब्यूज क्या होता है और महिलाएं इससे कैसे निपट सकती हैं आइए जानें।
क्या होता है फाइनेंशियल एब्यूज, ऐसे करें सामना
क्या होता है फाइनेंशियल एब्यूज
फाइनेंशियल एब्यूज में पीड़ित की फाइनेंशियल रिसोर्स को प्राप्त, उपयोग और बनाए रखने की कैपेसिटी को कंट्रोल करना शामिल है। जो पर्सन फाइनेंशियली पीड़ित है, उन्हें काम करने से रोका जा सकता है। ऐसे लोगों के पास पैसे और बाकी रिसोर्सेज तक पहुंच नहीं होती है। जब उनके पास पैसा होता है, तो उन्हें अक्सर खर्च किए गए हर पैसे का हिसाब देना पड़ता है। कुल मिलाकर, फाइनेंशियल एब्यूज में स्थिति अलग-अलग होती हैं। कभी-कभी एक एब्यूजर स्थिति के अनुसार विभिन्न स्ट्रेटजीज का यूज किया जा सकता है जबकि कुछ अन्य एब्यूजर ज्यादा मांग करने वाले और डराने वाले हो सकते हैं।
कैसे पता चलता है कि आप हो रहीं है फाइनेंशियल एब्यूज का शिकार?
1. बिना आपसे पूछे, आपके पैसे या संपत्ति का इस्तेमाल करना, अपने निजी लाभ के लिए।
2. आपके पैसे या संपत्ति का खुद को हकदार महसूस करना।
3. आपके बैंक स्टेटमेंट और अन्य फाइनेंशियल रिकॉर्ड को इंटरसेप्ट या खोलना।
4. आपके नाम से भुगतान करने का दावा करना, लेकिन इसे न करना।
5. आपकी तनख्वाह या आय के अन्य सोर्स को जब्त करना।
6. बिना आपकी सहमति के आपके बजट या फाइनेंशियल डिसिजन को कंट्रोल करने की कोशिश करना।
7. आपसे पूछे बिना आपके पैसे लेना।
8. आपकी फाइनेंशियल स्थिति को बिगाड़ने के लिए आपके क्रेडिट हिस्ट्री को नष्ट करना।
9. आपके पैसे या संपत्ति के अन्य उपयोग करने की अपेक्षा करना, बिना आपकी सहमति के।
10. आपके नाम पर चेक भरना या बिलों का भुगतान करने का दावा करना, लेकिन नहीं करना।
फाइनेंशियल एब्यूज के प्रभाव
फाइनेंशियल एब्यूज के प्रभाव आमतौर पर नुक़सानदेह होते हैं। महिलाएं जो फाइनेंशियल एब्यूज का शिकार होती हैं, वे खुद को असंतुष्ट और अनिश्चित महसूस करती हैं। उन्हें कई बार चीजों की सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उनके पास फाइनेंशियल रिसोर्स नहीं होते। इसलिए, फाइनेंशियल एब्यूज के प्रभाव से पीड़ित महिला को फिजिकल या मेंटल पीड़ा का भी सामना करना पड़ सकता है। महिला के पास पैसे, क्रेडिट कार्ड और बाकी रिसोर्स साधन न होने के कारण, बहुत मुश्किल होती है और वे अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी संघर्ष कर सकती हैं, जैसे कि खाना, कपड़े और किराया।
फाइनेंशियल एब्यूज का सामना कैसे करें
फाइनेंशियल नॉलेज रखें
अपने फाइनेंशियल नॉलेज को बढ़ावा देना जरूरी है, क्योंकि यह हमें अपने परिवार और दोस्तों के साथ फाइनेंशियल मामलों पर बातचीत करने में मदद कर सकता है। बैंक के साथ संपर्क करके और फाइनेंशियल एडवाइजर से मिलकर, हम अपने फाइनेंशियल प्लांस को समझ सकते हैं। इसके अलावा, हमें अपने क्रेडिट स्कोर की निगरानी रखनी चाहिए और अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को रोज़ जांचने की जरूरत होती है। क्रेडिट रिपोर्ट और टैक्स रिटर्न की कॉपी को सुरक्षित रखना भी बहुत जरूरी है।
अपना अलग बैंक खाता खोलें
अपने नाम से एक नया बैंक खाता खोलने के लिए कदम उठाएं। इसके साथ ही, एक नया ईमेल और फोन नंबर भी दर्ज करें। यदि आपके पास कैश है, तो इसे अपने नए बैंक खाते में जमा करें। आजकल बैंक पासबुक नहीं दी जाती, जिससे आपको चिंता हो सकती है कि आपके खाते के बारे में किसी को पता चल सकता है।
इमोशनली कैपेबल बनें
यदि आपको लगता है कि आप इमोशनली असमर्थ हैं, तो पहले खुद को मजबूत करने की कोशिश करें। यह याद रखें कि खुद को इमोशनली मजबूत करने के बाद ही आप पॉजिटिव डायरेक्शन में अपनी लाइफ को आगे ले जा सकती हैं और फाइनेंशियली भी मजबूत हो सकते हैं। इसके लिए आप ऑनलाइन एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं, जो आपकी इमोशनल स्थिति में सहायता कर सकते हैं।
रिकवरी के लिए उठाएं कदम
रिकवरी में एक कदम केयरफुली लें, क्योंकि यह एक बहुत जरूरी प्रोसेस है। फाइनेंशियल एब्यूज से निपटने में समय लग सकता है, लेकिन निरंतरता से छोटे कदम चलना उपयुक्त होता है और खुद पर विश्वास रखें।