Why is it important to set boundaries in relationships? कहते है की रिश्ते बनाने तो आसान होते है पर उन्हें निभाना बहुत ही मुश्किल होता है। आज कल के समय में भी रिश्ते निभाने का तरीका बदल रहा है। लोग अपने प्रायोरिटी को पहचानने लगे है और एक स्वस्थ संबंध बनाने की कोशिश में रहते हैं।
रिश्तो में सीमाएँ सेट करना क्यों जरूरी है?
रिश्ते बहुत ही नाज़ुक और प्यार से सँभालने वाले चीज़ होते है। इंसान के अस्तित्वा में उसके रिश्तों का भी बहुत योगदान होता है। लोग रिश्तों में अक्सर प्यार की अपेक्षा रखते तो है लेकिन निभाने में और उस प्यार को लौटने में चूक भी जाते है।
पुराने ज़माने में रिश्तें निभाने का तरीका अभी से काफी अलग था। लोग अक्सर अपनों से बड़े से सवाल नहीं करते थे, अपने माँ बाप का कहा मान जाते थे, अपने पति की बात पत्थर की लकीर समझ लेते थे। रिश्तों के लिए औरतों ने कितने बार अपने सपने देखना बंद कर दिये क्यूंकि इससे उन्हें अपने संबंधों की कीमत चुकानी पर सकती थी। यह एक बहुत ही टॉक्सिक व्यहवहार को उत्पन्न होने देता था। ज़माना बदल गया है लेकिन आज भी रिश्तों में ऐसे होता है जहाँ अक्सर किसी को अपने मन को, सपनो को, अपेक्षाओं को दबाना परता है।
रिश्तों में सीमाओं का महत्व
रिश्तों में अक्सर जब बहुत सारे जज़्बातेँ जुड़ जाती है, तो लोगो के बीच गलतफहमिया आना लाज़मी होता है। ज़रूरी नहीं की जहाँ प्यार हो वहां झगड़े नहीं हो सकते, गलत फहमियां नहीं हो सकते। लेकिन उन्हें ठीक करना भी हमारी ही ज़िम्मेदारी होती है।
इसलिए हमें सीखना चाहिए की रिश्तों में लिमिट्स और सीमाएं सेट करना, ताकि हम अपने दोस्त, पार्टनर, परिवार या किसी को भी खुदको इस्तेमाल न करने दे और ना ही उनके मन को किसी तरह से चोट पहुचाये।
सम्बंद चाहे जिससे भी, या तो वो आपके दोस्त हो, पार्टनर हो रिश्तेदार हो, आपके कलीग्स या आपके परिवार वाले, रिश्तों में एक बाउंड्री होना बहुत ही ज़रूरी है। इससे आपका रिश्ता स्वास्थ्य रहता है।
शुरुआत में यह बात करने में आपको थोड़ा असुविधाजनक महसूस हो सकता है लेकिन यह आपके रिश्ते को और मज़बूत कर सकता है।
कैसे सेट करे बाउंड्रीज ?
उनसे बात करे की आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने अच्छे और बुरे पसंद और आदतों से वाकिफ करे जिससे वो समझे की उनके कोनसे हरकत सही होंगे कोनसे नहीं। अपनी ज़रूरतें और प्रायोरिटी के बारे में उन्हें बताये की वो समझे और उनकी इज़्ज़त करे। उनसे पूछे अगर उन्हें कोई अप्पति है या कोई विवाद होने की गुंजाईश हो तो कोशिश करे की आप उसपे समझदारी से बात करे। यह सवालों के जवाब आप उनसे भी पूछे और अपने संभंधो को मज़बूत बनाये।