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(Image source: Love Panky)
Why Is Spiritual Bonding Important In Relationships: रिश्तें बनाना जितना आसान होता है उससे कईं ज़्यादा मुश्किल निभाना होता है, यह तो हम सब जानते ही हैं लेकिन रिश्तों में मेन्टल और फिजिकल बॉन्डिंग के अलावा भी एक किस्म की बॉन्डिंग होती है जिसे हम स्पिरिचुअल बॉन्डिंग कहते हैं। यह बॉन्डिंग दो लोगों के सोच विचार और विश्वाशों का मिलान जैसा होता है ना की किसी एक के धरम या ज़ात की। लोग अपने विश्वासों को अपने पार्टनर्स के साथ बांटें हैं और समझने की कोशिश करते हैं। आइये जाने इस ब्लॉग में क्यों ज़रूरी है कपल्स के बीच स्पिरिचुअल बांड होना।
रिलेशनशिप्स में Spiritual Bonding क्यों ज़रूरी है?
1. गहरा ट्रस्ट बनता है
ऐसा बांड दो लोगो में रहने दे, उन दोनों को एक दूसरे पर पहले से भी ज़्यादा ट्रस्ट होगा और यह ट्रस्ट का रास्ता सिर्फ आगे की तरफ ही दोनों के लेकर जायेगी।
2. इमोशनल कनेक्ट गहरा होता है
दोनों एक दूसरे से ज़्यादा और बेहतर कनेक्ट हो पाते हैं इमोशनली। दोनों एक दूसरे के दुःख, दर्द एवं ट्रिगर पॉइंट्स को समझ कर उन्हें बेहतर संभाल भी लेते हैं।
3. फिजिकल इंटिमेसी भी गहरी होती है
ऐसे कपल्स में फिजिकल इंटिमेसी भी बहुत अच्छी और गहरी होती है क्यूंकि वह अपने रिश्ते में साफ़ दिल और दिमाग से इनवेस्टेड होते हैं।
4. एक दूसरे के लिए प्रसंशा
जब दो लोग स्पिरिचुअल तरीके से एक दूसरे से बोंडेड होते हैं तो, वह एक दूसरे के तरफ इज़्ज़त भी बढ़ाने लगते हैं और उनके विश्वासों और रिचुअल की भी प्रसंशा करते हैं। यह दोनों तरफ से ही होता है।
5. एक दूसरे को बेहतर समझने का भाव
स्पिरिचुअल बॉन्डिंग से आप अपने पार्टनर को ज़्यादा बेहतर समझ पाते हैं क्यूंकि आपके बीच कोई मिसअंडरस्टैंडिंग नहीं रहती है और आप अपने परेशानियों के बारे भी खुल के बात करते हैं।
6. एक साथ पूरे करने के गोल्स
आप अपने पार्टनर के साथ एक साथ हासिल करने वाले गोल्स भी बनाने लगते हैं और उन्हें साथ में पूरा करते हैं सच्चे पार्टनर्स की तरह।
7. मुश्किलों से बेहतर लड़ने की क्षमता
जब आप किसी से इतने अच्छे तरह से जुड़े हुहे होते हो तो आपके बीच भले ही गलतफहमियां होती हैं लेकिन उसे एथिकल तरीके से ठीक भी करते हैं ओपनली कम्यूनिकेट करके।