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Fertility effect: Is technology really reducing your fertility: आज के डिजिटल युग में हमारी लाइफस्टाइल पूरी तरह से तकनीक पर आधारित हो गई है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये तकनीक आपकी प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी पर भी असर डाल सकती है? सुनने में शायद ये आपको अजीब लग सकता है लेकिन रिसर्च से पता चला है कि कुछ तकनीकी आदतें वाकई फर्टिलिटी को कम कर रही है। इसका असर महिलाओं के साथ पुरूषों पर भी पड़ रहा है। ये दोनों की फर्टिलिटी को प्रभावित कर रही हैं। ऐसे में आइए जानते हैं 5 ऐसे कारण जिनसे टेक्नोलोजी आपकी प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
क्या वाकई टेक्नोलॉजी आपकी फर्टिलिटी को घटा रही है?
1. मोबाइल और लैपटॉप की रेडिएशन
अगर आप लगातार लैपटॉप गोद में रखने या मोबाइल पास रखते है तो ये पुरूषों के स्पर्म काउंट घटा सकता है क्योंकि ये इन डिवाइजेस से निकलने वाली रेडिएशन आपको बूरी तरह प्रभावित कर सकती है।
2. स्लीप साइकल का बिगड़ना
अगर आप देर रात स्क्रीन यूज़ करते है तो इससे आपकी नींद पर असर पड़ता है, जिससे हार्मोन असंतुलन होता है। ऐसे में हॉर्मोन का असंतुलन आपकी फर्टिलिटी को सीधे तौर पर प्रभावित करती है।
3. स्ट्रेस और डोपामिन का असंतुलन
सोशल मीडिया और काम का डिजिटल दबाव मानसिक तनाव बढ़ाता है, जो फर्टिलिटी पर असर डाल सकता है। ऐसे में ज्यादा सोशल मीडिया का इस्तेमाल आपके फर्टिलिटी को कम करने का आधार बन सकता है
4. सेडेंटरी लाइफस्टाइल
तकनीक की वजह से आजकल लोगों की फिजिकल एक्टिविटी कम हो गई है। लोगों ने बाहर निकलना या एक्सरसाइज वगैरह करना छोड़ दिया है। ऐसे में इससे ओवुलेशन और स्पर्म क्वालिटी प्रभावित होती हैं।
5. गैजेट्स के साथ सोना
आज कल के वक्त में डिजीटल डिवाइसेज हमारे चारों तरफ है। यहाँ तक की सोते वक्त भी हम इससे पीछा नहीं छुड़ा पा रहे। ऐसे में बेडरूम में तकनीकी उपकरणों की मौजूदगी मेलाटोनिन स्तर कम करती है, जिससे फर्टिलिटी पर असर पड़ता है और यह कम होती है।
ऐसे में टेक्नोलॉजी का ज्यादा उपयोग आपकी प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, लेकिन इसके प्रभाव की तीव्रता व्यक्ति की लाइफस्टाइल और अन्य कारकों पर निर्भर करती है। इसलिए, तकनीक और अन्य तकनीकी उपकरणों का विवेकपूर्ण तरीके से करे।