Baby Care Tips For New Mother: मां बनना हर महिला के लिए सुखद अनुभव होता है, लेकिन पहली बार मां बनना जीवन में बदलाव जैसे अनुभव देते हैं, क्योंकि पहली बार मां बनने वाली महिला भी बच्चे के साथ ही मां के रुप में जन्म लेती है। एक मां के लिए पहली बार बच्चे को जन्म देने से लेकर बेबी केयर तक हर चीज नई होती है। ऐसे में उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर कई तरह के बदलावों के लिए तैयार रहने की ज़रुरत होती है। इस दौरान हर कोई नवजात बच्चे की देखभाल में लग जाता है, क्योंकि नवजात शिशु की देखभाल करना सावधानी भरा काम होता है।
नई मां के लिए बच्चे की देखभाल के टिप्स
अगले 6 महीने तक मां को नवजात बच्चे की स्पेशल केयर करने की ज़रुरत होती है। इस दौरान मां न सिर्फ बच्चे के खाने-पीने और पोषण का ध्यान रखती है, बल्कि बच्चे के हर एक एक्टिविटी से मां को भी अपनी दिनचर्या में बदलाव करना होता है। इन कुछ तरीकों को अपनाकर नई मां अपने बच्चे की बेहतर देखभाल कर सकती हैं।
1. सफाई का रखें ध्यान
बेबी केयर टिप्स में सबसे पहला स्टेप होता है खुद को साफ रखना, क्योंकि मां की स्वच्छता ही बच्चों को हेल्दी बनाती है। मां बनने के बाद आप कई तरह के इंफेक्शन की शिकार हो सकती हैं। जिसका असर बच्चे पर पड़ता है। ध्यान रहें कि नवजात शिशु को गोद में लेने से पहले अपने हाथ और कपड़े को साफ रखें साथ ही ब्रेस्ट फीडिंग के पहले ब्रेस्ट को अच्छी तरह से साफ करें।
2. पोषण हैं ज़रुरी
डिलीवरी के बाद बच्चे को शुरुआती 6 महीने तक केवल मां के दूध की ज़रुरत होती है, जिससे शिशु को सभी ज़रुरी पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। बच्चे का पेट भरने के लिए आवश्यक है कि मां के शरीर में पर्याप्त मात्रा में मिल्क प्रोड्यूस हो, इसलिए मां को इस दौरान सही पोषक तत्व ही लेने चाहिए। जो मां को और बच्चे को हेल्दी रख सकें।
3. नहलाने का सही तरीका अपनाएं
बच्चे की गर्भनाल जब तक रहती है, उसे नहलाने से परहेज़ करना चाहिए। जब गर्भनाल गिर जाएं तब स्पंज स्नान से शुरुआत करें। नहलाते समय सावधानी बरतें और ध्यान रखें कि बच्चे को ठंडे पानी के बजाय हल्के गुनगुने पानी में नहलाएं और बच्चे के शरीर को हमेशा साफ़ और मुलायम कपड़े से ही साफ करें।
4. बच्चे के डायपर नियमित रुप से बदलें
शुरुआती दिन में कोशिश करें कि डायपर के इस्तेमाल से बचें। अगर इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसकी स्वच्छता को ध्यान रखें। हर 4 से 5 घंटे के अंदर डायपर को बदलें, क्योंकि ज़्यादा देर तक गंदा डायपर पहनने से बच्चे में इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है। उपयोग करने के बाद उस हिस्से को सूती के कपड़े और पानी से साफ करें, उसके बाद हल्का तेल का इस्तेमाल करें, जिससे उस हिस्से पर रैशेज न पड़े।
5. सावधानी से उठाएं
नवजात शिशु बहुत नाजुक होते हैं, इसलिए उसे गोद में उठाने का सही तरीका जान लें ताकि बच्चे के गर्दन में किसी भी तरह की परेशानी न आएं। बच्चे को गोद में लेते वक़्त विशेष ध्यान रखें कि सिर और रीढ़ की हड्डी का सहारा लेकर ही उठाएं फिर थपकी देकर उसे सहलाते रहें।