What are the symptoms of pneumonia in newborns:नवजात शिशुओं में निमोनिया एक गंभीर संक्रमण है जो उनके फेफड़ों को प्रभावित करता है। यह संक्रमण उनके लिए जीवन-धमकी हो सकता है, इसलिए इसे समय पर पहचानना और उपचार करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां नवजात शिशुओं में निमोनिया के लक्षणों को पहचानने के लिए पांच मुख्य पॉइंट्स दिए गए हैं। यदि किसी भी लक्षण का संदेह हो, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। समय पर चिकित्सा देखभाल से नवजात शिशुओं को निमोनिया के गंभीर परिणामों से बचाया जा सकता है और उनकी स्वस्थ्य वृद्धि सुनिश्चित की जा सकती है।
नवजात शिशुओं में निमोनिया के लक्षण क्या हैं?
1. सांस लेने में कठिनाई
नवजात शिशुओं में निमोनिया का सबसे प्रमुख लक्षण सांस लेने में कठिनाई है। शिशु तेजी से सांस लेने लगते हैं, और उनकी नाक के नथुने फूल सकते हैं। यह उनकी सांस की कठिनाई को दर्शाता है। कभी-कभी शिशु की छाती अंदर की ओर खिंचती हुई दिखाई देती है, जो गंभीरता का संकेत हो सकता है। यदि शिशु की सांसें असामान्य रूप से तेज़ या धीमी हो रही हों, तो यह तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने का संकेत है।
2. खांसी और घरघराहट
निमोनिया से पीड़ित नवजात शिशुओं में खांसी और घरघराहट के लक्षण देखे जा सकते हैं। उनकी खांसी आमतौर पर गहरी और लगातार होती है। शिशु की सांसों में घरघराहट या सीटी जैसी आवाज आ सकती है, जो फेफड़ों में संक्रमण के संकेत हो सकते हैं। यह लक्षण विशेष रूप से चिंताजनक होते हैं और त्वरित चिकित्सा ध्यान की आवश्यकता होती है।
3. बुखार और शरीर का तापमान
नवजात शिशुओं में निमोनिया होने पर उनका शरीर का तापमान बढ़ सकता है। बुखार निमोनिया का सामान्य लक्षण है, लेकिन नवजात शिशुओं में यह अत्यधिक गंभीर हो सकता है। कभी-कभी, नवजात शिशु निमोनिया के कारण सामान्य से कम तापमान भी दिखा सकते हैं, जो कि एक गंभीर संकेत हो सकता है। शरीर के तापमान में किसी भी असामान्यता को ध्यान में रखते हुए, चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।
4. खाने-पीने में कठिनाई और कमजोरी
निमोनिया से पीड़ित नवजात शिशुओं को खाने-पीने में कठिनाई हो सकती है। वे दूध पीने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं और अक्सर कमजोर और सुस्त दिखाई देते हैं। उनका सामान्य भूख कम हो जाता है और वे थके हुए या सुस्त दिख सकते हैं। यदि शिशु को दूध पीने में कठिनाई हो रही है या वह सामान्य से कम खा-पी रहा है, तो यह निमोनिया का संकेत हो सकता है।
5. त्वचा का नीला पड़ना (स्यानोसिस)
निमोनिया के गंभीर मामलों में नवजात शिशुओं की त्वचा का रंग नीला पड़ सकता है, जिसे स्यानोसिस कहा जाता है। यह आमतौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है और तुरंत चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। विशेषकर होंठ, उंगलियों और चेहरे का रंग नीला पड़ने पर यह एक गंभीर संकेत है और शिशु को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए।