बच्चों को Digital World से दूर रखने के लिए माओं को क्या करना चाहिए?

अब की दुनिया डिजिटल दुनिया बन चुकी है जिसका प्रभाव सभी उम्र के लोगों पर पढ़ रहा है खासकर बच्चों पर। यह मनोरंजन के साथ शिक्षा का भी माध्यम होता जा रहा है।

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Sneha yadav
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Screen Time Of Kids

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EffectiveStrategiesForMotherToChildrenAwayFromTheDigitalWorld: आज की बदलती दुनिया में सभी डिजिटल की तरफ आगे बढ़ रहे हैं और उसे अपने जिंदगी हर एक ऋण का हिस्सा बना रहे हैं। अब की दुनिया डिजिटल दुनिया बन चुकी है जिसका प्रभाव सभी उम्र के लोगों पर पढ़ रहा है खासकर बच्चों पर। यह मनोरंजन के साथ शिक्षा का भी माध्यम होता है पर इसके अत्यधिक प्रयोग से बहुत सारे शारीरिक और मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसीलिए बच्चों का ध्यान इन डिविजन हटाना जरूरी हो गया है। तो आईए जानते हैं कुछ ऐसी तकनीक जिसे मांए अपनें बच्चों को डिजिटल दुनिया से दूर रख सकती हैं।

बच्चों को डिजिटल दुनिया से दूर रखने के लिए अपने यह 5 तकनीक 

1. टाइम लिमिट तय करें 

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अब के समय में पढ़ाई से लेकर मनोरंजन तक सब कुछ डिजिटल उपकरण द्वारा होता है। पर इसका अत्यधिक इस्तेमाल करना बच्चों के लिए हानिकारक बन सकता है। इसके कारण उनका स्क्रीन टाइम नियंत्रित करना आवश्यक है क्योंकि अत्यधिक समय डिजिटल उपकरणों के सामने बिताने से उनके मानसिक और शारीरिक सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्क्रीन टाइम के लिए शेड्यूल बनाना चाहिए जैसे की स्कूल के दिनों में 1 घंटे से ज्यादा स्क्रीन टाइम ना हो और छुट्टियों के दिनों में 2 घंटे तक सीमित हो। 

2. फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा 

सारा दिन फोन के सामने बैठने से शरीर में आलस आ जाता है जिसके कारण बच्चे आगे जाकर आलसी बन जाते हैं और कोई भी काम करने में समर्थ नहीं होते। डिजिटल दुनिया से बच्चों को दूर रखने का सबसे अच्छा तरीका होता है उनके जीवन में फिजिकल एक्टिविटी को शामिल करना। माएं आउटडोर गेम्स को बच्चों की जिंदगी में शामिल करें। खेलकूद और फिजिकल एक्टिविटी से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है। आउटडोर गेम्स की वजह से बच्चे सामाजिक रूप से मजबूत बनते हैं। 

3. डिजिटल डिटॉक्स 

जब हम अत्यधिक डिजिटल उपकरण ऑन का उपयोग करते हैं तो यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालता है। ठीक वैसे ही अब के समय में बच्चे डिजिटल उपकरणों से जुड़े हुए हैं जिसके कारण उनके आंखों में थकान नींद की कमी और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई जैसी समस्या देखने को मिलती है। माय अपने बच्चों को डिजिटल डिटॉक्स के बारे में अवगत जरूर कारण उन्हें यह समझाएं कि कभी-कभी डिजिटल उपकरणों से दूर रहना कितना महत्वपूर्ण होता है। उन्हें यह जरूर जरूर बताएं कि हर दिन एक निश्चित समय पर ही डिजिटल डिवाइस का उपयोग करें। 

4. स्क्रीन टाइम को एजुकेशन से जोड़ें 

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स्क्रीन का प्रयोग केवल हम मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि अब शिक्षा के लिए भी कर सकते हैं बदलते समय में डिजिटल उपकरणों में शिक्षा की सुविधा भी आ चुकी है। यदि बच्चों को स्क्रीन का उपयोग करना ही है तो माय उसे शिक्षा के साथ जोड़कर सकनात्मक दिशा दे सकती हैं। अपने फोन में एजुकेशन एप्लीकेशन वीडियो और प्रोग्राम्स को डाउनलोड करें जो बच्चे को नया सीखने में प्रेरित करता है। इसके कारण बच्चों का डिजिटल उपकरणों का प्रयोग सीमित रहेगा इसके साथ उनका ज्ञान भी विकसित होगा।

5. पारिवारिक समय को प्रायोरिटी दें 

परिवार के साथ समय बिताना बच्चों के विकास के लिए जरूरी होता है। डिजिटल उपकरणों की जगह माय बच्चों के साथ पारिवारिक समय बीतने पर जोर दें। पारिवारिक खेल खेलना एक साथ किताबें पढ़ना कुकिंग सीखना और अन्य प्रोजेक्ट का काम करना ऐसे तरीके हैं जिससे बच्चे परिवार के साथ जुड़े रहते हैं और स्क्रीन से दूर रहते हैं। इससे परिवार का सदस्य एक दूसरे के करीब आते हैं और बच्चों का मानसिक संतुलन भी बना रहता है।

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