How Can Parents Do Self Care? पेरेंट बनना आसान नहीं क्योंकि आपके ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं। भारत जैसे देश में जब आप पेरेंट बन जाते हैं तो बच्चों का बोझ आपके ऊपर उस उम्र तक रहता है जब आपको खुद भी सहारे की जरूरत होती है। माता-पिता को ऐसे डिजाइन किया जाता है कि वो कभी बेफिक्र हो ही नहीं सकते हैं। हर समय उनके दिमाग में टेंशन रहती है जिसके कारण वे बर्नआउट हो जाते हैं। पेरेंट होने का मतलब यह नहीं है कि आप अपनी लाइफ को इंजॉय करना छोड़ दे। यह बहुत ही खूबसूरत सफ़र है जिसमें आप बच्चों के साथ बड़े होते हैं। आप बहुत कुछ नया सीखते हैं। ऐसे में अगर आप खुद को रोक कर रखेंगे तो आप जिंदगी में बहुत कुछ मिस कर देंगे। चलिए जानते हैं कि कैसे पेरेंट्स सेल्फ केयर कर सकते हैं-
माता-पिता कैसे अपना ध्यान रख सकते हैं?
आराम करें
पेरेंट बनने के बाद लोग आराम करना ही भूल जाते हैं। उन्हें लगता है कि हर समय बच्चों की देखभाल में ही रहना है। कई बार बच्चों के बड़े होने के बाद भी माता-पिता उनकी इतनी फिक्र करते हैं कि अपनी सेहत का ध्यान ही नहीं रखते। पेरेंट बनना आपके ऊपर बोझ नहीं होना चाहिए बल्कि बच्चे और खुद को स्पेस दें। आप हर समय बच्चों के बारे में मत सोचते रहें क्योंकि बच्चे के बाहर भी आपकी एक दुनिया है जिसके ऊपर आपको ध्यान देना है। बच्चों को जरूरत से ज्यादा समय मत दें। अपनी वेल्बीइंग का भी ध्यान रखें ताकि आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रह सकें।
खुद के लिए समय निकालें
खुद के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। जब आप हर समय बच्चों के आसपास ही रहेंगे तो इससे बच्चा भी फ्रस्ट्रेटेड होगा और आप भी बर्नआउट हो जाएंगे। इसलिए खुद के लिए समय निकालें। ऐसे समय में आप वो फन एक्टिविटीज करें जो आपको पसंद हैं। पेरेंट बनने के बाहर भी आप अपने रोल को पहचानें। आप अपनी आइडेंटिटी को पेरेंटिंग के पीछे मत छुपाए। आप नई चीजों को एक्सप्लोर करें। ट्रडिशनल पेरेंटिंग से हटकर बच्चों के लिए कुछ नया कर सकते हैं।
भावनात्मक रूप से मजबूत बनें
पेरेंट बनने के बाद भावनात्मक रूप से मजबूत होना बहुत जरूरी है क्योंकि आपके ऊपर जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। ऐसे में भावनात्मक सपोर्ट के लिए माइंडफूलनेस एक्टिविटीज जरूर करें। इससे आप अपने विचारों में स्पष्टता ला सकते हैं। आपके अंदर इमोशनल इंटेलिजेंस डेवलप होगी जिससे आप स्थितियों को अच्छी तरीके से हैंडल कर पाएंगे। आप ऐसे ग्रुप को ज्वाइन कर सकते हैं जहां पर आप अन्य पेरेंट्स को ज्वाइन कर सकते हैं। इससे आपको नई चीजों के बारे में पता चलेगा। इसके साथ ही खुद के साथ काइंड रहें।
Perfectionism से दूर रहें
पेरेंटिंग के दौरान परफेक्ट बनने की कोशिश मत करें। बहुत बार पेरेंट परफेक्ट बनने लग जाते हैं कि उनसे कोई भी गलती ना हो। अगर उनसे छोटी सी भी गलती हो जाती है तो वे खुद को दोष देने लग जाते हैं या फिर लेबल करने लग जाते हैं। उन्हें लगता है कि वे अच्छे पैरेंट नहीं या फिर अपने बच्चों के लिए सही नहीं हैं। ऐसा सोचने की जरूरत नहीं क्योंकि पेरेंट बनने के बाद भी आपसे गलतियां हो सकती हैं। हमें इसे नॉर्मलाइज करने की जरूरत है। हम लोग पेरेंट को भगवान मानने लग जाते हैं जो कि सबसे बड़ी गलती है। पेरेंट से अगर उनसे कोई गलती हो जाती है तो हमें उन्हें माफ़ भी कर देना चाहिए।
रिश्ते में रोमांस बनाएं रखें
रिश्ते में रोमांस होना बहुत जरूरी है। पेरेंट बनने के बाद हम अपने रोमांटिक रिश्ते के ऊपर ध्यान नहीं देते हैं। हमें लगता है कि हमारी प्रायोरिटी हमारे बच्चे हैं। बच्चे आपकी प्रायोरिटी हो सकते हैं लेकिन आपके अपने पार्टनर के प्रति भी फर्ज हैं। आप उन्हें अकेला मत छोड़े। उनकी जरूरत का भी ध्यान रखें। इसके साथ ही आप अपनी सेक्सुअल लाइफ को भी एंजॉय कर सकते हैं। पैरेंट बनने के बाद बहुत सारे लोग अपनी सेक्सुअल लाइफ पर विराम लगा देते हैं जिसके कारण आपके रिश्ते में बोरियत आने लग जाती है।