How to Instill a Sense of Social Service in Children: बच्चों में समाज सेवा की भावना जगाना बहुत जरूरी है तभी वह एक जिम्मेदार नागरिक बनते हैं। अगर शुरुआती उम्र से ही बच्चों को हम समाज की सेवा करना सिखाए तो वह सिर्फ उनके वर्तमान के लिए ही नहीं बल्कि भविष्य में आगे जाकर भी उनके लिए मददगार साबित होता है। अगर बच्चों को हम समाज के बारे में शिक्षित करेंगे तो वह उनके लिए बहुत संवेदनशील होगा। समाज के प्रति जागरूक करने के लिए आवश्यक है कि हम अपने बच्चों को अवसर दें कि वह समाज में अपना पूरा योगदान दें और प्रारंभ से ही उनको एक सही दिशा में जीवन जीने का आश्वासन दें। समाज सेवा की भावना होना बच्चों के वास्तविक विकास के लिए बहुत जरूरी है और जीवन के हर पहलू में सफलता हासिल करने के लिए इसका बहुत बड़ा योगदान होता है। तो चलिए जानते हैं बच्चों में समाज सेवा की भावना हम कैसे जगाएं।
बच्चों में समाजसेवा की भावना जागने के 5 तरीके
1. सही आदर्श
सही आदर्श देना बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर हम बचपन से ही बच्चों को सही आदर्श देंगे तो वह एक सही मार्ग पर चलेंगे। समाज सेवा की भावना जगाने के लिए हमें अपने बच्चों के सामने कुछ ऐसे व्यक्तियों के उदाहरण प्रस्तुत करने चाहिए जिन्होंने समाज के विकास के लिए अपना पूरा योगदान दिया है जैसे कि महात्मा गांधी और मदर टेरेसा। उनकी कहानियों से वह प्रेरित होते हैं और समाज सेवा करने के लिए उत्सुक होते हैं। अगर हमारे परिवार में कोई समाज सेवा कर रहा है तो उनके उदाहरण भी बहुत असरदार होता है।
2. समाजसेवा के कार्यों में बच्चों की भागीदारी
हमें अपने बच्चों को समाज सेवा के कार्यों में भागीदारी लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। समाज सेवा के लिए बहुत सारे कार्य हैं जैसे कि विद्या आश्रम में समय विस्ताना, अनाथालय में दान करना और गरीब बच्चों को कपड़े और किताबें देना। यह उनके अंदर केवल समाज सेवा की भावना ही नहीं जगाता है बल्कि समाज में चल रहे परेशानियों का समाधान निकालने की भी क्षमता बढ़ाता देता है।
3. महत्व समझाना
बच्चों को समाज सेवा का महत्व समझाना बहुत आवश्यक है। उन्हें यह समझना जरूरी है कि समाज सेवा से न केवल हम किसी की मदद करते हैं बल्कि साथ ही हमारे मन को शांति मिलती है और हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ता है। समाज सेवा करने से हमें आत्म संतोष की प्राप्ति भी होती है। बहुत सारी ऐसी कहानी होती हैं जिन्हें हम बच्चों को सुना कर उनके अंदर समाज सेवा की भावना बढ़ा सकते हैं। यह उन्हें प्रेरित करेगा और उनकी जिंदगी को सही दिशा में ले जाएगा।
4. डेली रूटीन का हिस्सा
बच्चों को यह समझाएं कि समाज सेवा न करें बल्कि समाज सेवा हमें अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बनना चाहिए। अगर हम अपने आसपास देख रहे हैं कि कुछ गलत हो रहा है तो उसके खिलाफ आवाज उठाने में हमें डरना नहीं चाहिए और दूसरों की मदद करना कभी भी भूलना नहीं चाहिए। अगर हम अपने बच्चों को ऐसे संस्कार देंगे तो उससे हमारे देश का भी विकास होगा।
5. सपोर्ट
अगर बच्चे समाज सेवा में अपना भाग ले रहे हैं तो हमारा कर्तव्य है कि हम उनको सपोर्ट करें और उन्हें हरदम प्रोत्साहित करते रहें। उनकी छोटी-छोटी उपलब्धि पर उनकी प्रशंसा करें और पुरस्कार दें तभी उन्हें समझ आएगा कि उनका छोटा सा भी योगदान समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम उनकी प्रशंसा और उन्हें पुरस्कार देंगे तो वह समाज कल्याण से कभी पीछे नहीं हटेंगे।