How To Protect Children From Virals In Monsoon?: बारिश का समय आ चुका है और सबसे ज्यादा फीवर, ज़ुखाम और वायरल होने का खतरा भी इसी वक्त होता है क्योंकि इस बदलते मौसम में अक्सर लापरवाही में बच्चे बीमार पड़ जाते हैं। नमी होने के कारण बहुत से कीटाणु पनपने लगते हैं। जिससे वायरल का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बच्चों का ध्यान कैसे रखा जा सकता है? आईए जानते हैं मानसून में होने वाले वायरस से बच्चों को कैसे बचाया जा सकता है?
मानसून में होने वाले वायरल से बच्चों को कैसे बचाएं?
1. एक्स्ट्रा सफाई
सफाई न होने के कारण सबसे ज्यादा कीटाणु पनपते हैं जिससे कि बच्चों को सर्दी, ज़ुखाम आदि हो सकते हैं। मानसून के टाइम में एक्स्ट्रा सफाई रखें। अपने घर में फिनायल से सफाई करें। मानसून में बच्चों को ड्राई और क्लीन कपड़े पहनाएं। ध्यान रखें कि कपड़े धूप में ही सूखें।
2. मच्छरों से बचाएं
मानसून आते ही मच्छरों का कहर बढ़ जाता है। जिससे कि फीवर, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां होती हैं। ऐसे में शाम होते ही मच्छरों को दूर रखने के उपकरण का इस्तेमाल करें। अपने बच्चों को नेचुरल एसेंशियल ऑइल्स लगाएं जिससे कि मच्छर दूर रहते हैं। कूलर को साफ रखें।
3. फुल लेंथ के कपड़े
मानसून में जब बच्चे बाहर खेलने जाते हैं तो सबसे ज्यादा मच्छर वहीं पर होते हैं। ऐसे में बच्चों को फुल लेंथ के बॉटम्स पहनाए। डेंगू और मलेरिया के मच्छर जमीन से कुछ ऊपर ही उड़ते हैं। ऐसे में फुल लेंथ कपड़े होने से मच्छरों से बचा जा सकता है।
4. हाइजिन बरकरार रखें
मानसून के टाइम में तो हम सभी ही बारिश का मज़ा लेते हैं पर ऐसे में हाइजीन रखना बहुत आवश्यक है। घर में आने वाले कीचड़ और गंदगी को साफ रखें बच्चों को क्लीन और ड्राई कपड़े पहनाएं। टॉवेल को क्लीन रखें, फुटवियर्स के लिए अलग स्पेस बनाएं।
5. सही भोजन
मानसून के समय में बाहर का भोजन खाना बहुत ही भारी पड़ सकता है क्योंकि अक्सर मानसून में ही बदलते मौसम की वजह से अपच, एसिडिटी और बहुत सी दिक्कतें हो सकती है। ऐसे में घर का ही बना खाना खाएं।