Things A Father Must Tell Their Daughter: हर पिता की यही कामना होती है कि एक दिन उन्हें अपनी बेटी पर गर्व होI कौन पिता यह नहीं चाहता कि उनकी बेटी अपने पैरों पर खड़ी हो सके और अपने लिए उचित निर्णय ले सके? परंतु यह तभी मुमकिन है जब उनकी बेटी को वह उचित शिक्षा मिले जहां उसे अपने विचारों को लेकर स्पष्ट होने के लिए और अपनी आवाज़ उठाने के लिए सराहा जाए ना ही उसे टोके क्योंकि यही उसके आत्मनिर्भर बनने में उसकी सहायता करेगी जहां उसके उचित विचारों को बढ़ावा मिलेगा ताकि वह अपने जीवन में आगे बढ़ सकेI यदि उसके बड़े ही उसका साथ ना दे तो ऐसे में उसका आत्मविश्वास धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा और वह अंदर से कमज़ोर पड़ जाएगी जो कोई भी पिता अपनी बेटी के लिए नहीं चाहता होगाI
ऐसी कौन सी बातें है जो एक पिता को अपनी बेटी से कहनी चाहिए?
1. हमेशा अपनी मन की सुनो
हमारे समाज में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें खुद से ज्यादा लोगों की मान्यता की चिंता है और कोई भी काम करने से पहले उनके ज़ेहन में यह बात पहले आती है कि अगर किसी ने कुछ कह दिया तो? अगर किसी ने मज़ाक उड़ाया तो? ऐसे में यह एक पिता का दायित्व है कि वह अपनी बेटी को प्रेरित करे कि वह सबसे पहले अपनी मन की सुने ना कि ऐसे लोगों की जिनका काम ही है दूसरों पे टिप्पणी करनाI जिससे कि आपकी बेटी में वह कॉन्फिडेंस आए ताकि जो कोई भी उसे नीचा दिखाने की कोशिश करे वह सिर उठाकर उनका सामना कर सकेI
2. चाहे कुछ भी हो जाए अपने लक्ष्य को पूरा करो
कौन कहता है कि एक लड़की का जीवन तभी साकार होता है जब उसकी शादी होती है? उसका जीवन तभी साकार होगा जब उसके सपने साकार होंगेI चाहे आपकी बेटी कैसा भी भविष्य अपने लिए चुने, चाहे वह डॉक्टर हो या इंजीनियर या फिर रेसलर यह उसका सपना है जो बाद में जाकर उसके जीने का मकसद बन जाता है और यह एक पिता का कर्तव्य होता है कि वह इसी मकसद को मंजूरी दे और उसका सपना पूरा करने में उसका हौसला बढ़ाएंI
3. वही पहनो जो तुम्हारा मन चाहे
यह हमारी सोसाइटी की रूढ़िवादी सोच ही तो है कि एक लड़की को हर वक्त उसके पहनावे से जज किया जाता हैI यदि वह तन को ढकने वाले कपड़े पहने तो वह बहुत ही सुलझी हुई लड़की है परंतु यदि वह छोटे कपड़े पहने तो वह कैरक्टरलेस बन जाती है? यह बात एक लड़की के मन में ज़बरदस्ती बिठाई जाती हैI ऐसे में एक पिता को अपनी बेटी के मन से इस गलतफहमी को हटाकर उसे यह समझाना चाहिए कि अपने मन से कपड़े पहने क्योंकि आपकी बेटी का चरित्र उसके कर्मों से झलकता है ना ही उसके कपड़ों सेI
4. जब तुम्हें ठीक लगे तब सेटल होना
हर पिता का सपना होता है अपनी बेटी को दुल्हन बनते देखना परंतु वह सपना कभी उनके जीवन में रुकावट नहीं बननी चाहिएI शादी आपकी बेटी की पूरे जिंदगी का सवाल है जोकि काफ़ी सोच समझ कर किया जाना चाहिए और यह फ़ैसला आपकी बेटी का होना चाहिएI तो ठीक यही होगा कि आप यह फ़ैसला उस पर छोड़ दे और उसे यह समझाए कि शादी तभी करनी चाहिए जब वह करना चाहती हो ना कि जब आप चाहते होI
5. तुम अपने लिए काफ़ी हो
एक लड़की पहले अपने पिता के नाम से जानी जाती है और शादी के बाद अपने पति केI तो सवाल यह उठता है की उसके अस्तित्व का क्या? हर बार क्यों एक लड़की को पहले अपने पिता की बाद में अपने पति के सहारे की ज़रूरत पड़ती हैI कभी भी अपनी बेटी को यह सोचने पर मजबूर ना करे कि वह आपके या किसी दूसरे पुरुष के सहारे के बिना अधूरी है उसे यह यह भरोसा दिलाए कि वह खुद अपने लिए काफ़ी है, कि वह खुद अपनी ढाल बने और मुश्किलों का सामना करेI
6. चाहे जो हो जाए हम तुम्हारे साथ हैं
जीवन में ऐसे कई मोड़ आते है जब आपका बच्चा कामयाब नहीं हो पाता परंतु क्या वह हार गया? बिल्कुल नहीं! यदि एक पिता अपनी बेटी को यह सिखाए कि जीवन में ऐसे उतार-चढ़ाव तो आते रहते है परंतु हमें कभी भी रुकना नहीं चाहिए यदि हम गिरे तो वापस उठकर दोबारा से कोशिश करनी चाहिए और इन सब में वह सदा अपनी बेटी के साथ है इससे आपकी बेटी को फिर से कोशिश करने की उम्मीद मिलती है और उनका खुद पर भरोसा और भी बढ़ जाता हैI