Things Parents Should Not Take Casually : बचपन से बड़े होने तक पेरेंट्स बच्चों की कोई भी बात को कैजुअल नहीं लेते हैं और इसी के साथ इन सभी पॉइंट का ध्यान रखना चाहिए
जाने किन बातों को पैरेंट्स ना ले कैजुअली
सभी पेरेंट्स अपने बच्चों का बहुत अच्छे से ख्याल रखते हैं और वह नहीं चाहते क्योंकि बच्चों के ग्रंथ में कहीं भी कोई लापरवाही आए पर फिर भी बहुत सी चीज होती है जो कभी-कभी वो कैजुअल ले लेते हैं जिस पर ध्यान देना बहुत ज्यादा जरूरी है इसलिए आज हम बात करेंगे ऐसे बातों की जो पेरेंट्स को कभी भी कैजुअल नहीं लेना चाहिए
इमोशनल वेल बीइंग
हमेशा अपने बच्चों का इमोशनल सिचुएशन में साथ देना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि बहुत बार बच्चे अपने इमोशंस को बाहर नहीं निकाल पाते हैं जिस वजह से पेरेंट्स कुछ भी नहीं समझ पाते हैं इसलिए केवल अपनी बातों की बातों को सुनना ही नहीं उन्हें समझना भी बहुत साथ जरूरी और उनके इमोशनल वेल बीइंग को सपोर्ट करना और इमोशनली उनकी बातों पर निष्कर्ष निकलना बहुत ज्यादा जरूरी है
एजुकेशन
पेरेंट्स अपने बच्चों के एजुकेशन को कभी भी कैजुअल नहीं लेते हैं और इन्हीं बातों को ध्यान में रखना हमेशा बहुत साथ जरूरी है बच्चों की ग्रोथ को देखना और समझना भी बच्चों के फ्यूचर में काम आ सकता है क्योंकि बच्चों के लॉन्ग टर्म सक्सेस के लिए यही है बहुत शानदार जरिया है जिसे उन्हें अपनी जीवन में अच्छे से अपना आना चाहिए
हेल्थ एंड सेफ्टी
हमेशा सबसे ऊपर होता है एक इंसान का स्वास्थ्य अगर स्वास्थ्य अच्छा रहेगा तो उसके सारे काम भी बहुत अच्छे होते हैं इसलिए पेरेंट्स को हमेशा हेल्थ के बारे में अपने बच्चों से इंश्योर करना चाहिए और बच्चों की हेल्थ का पूरी तरह ध्यान रखना चाहिए जो की पेरेंट्स पहले से ही अच्छे से रखते हैं बट फिर भी इन बातों का ध्यान में होना बहुत जरूरी है
डिसिप्लिन और बाउंड्री
बचपन से ही बच्चों को एक बाउंड्री और डिसिप्लिन से रहना बहुत ज्यादा जरूरी है जिससे आगे चलकर भी बच्चे इन बातों का ध्यान रखें और अपने साथ-साथ दूसरों को भी डिसिप्लिन और बाउंड्री के बारे में लोगों को बता सके और इसलिए इस पॉइंट पर ध्यान देना बहुत ज्यादा जरूरी है
क्वालिटी टाइम
बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना बहुत ज्यादा जरूरी है इस समय बच्चे और आपके मन की बात जान पाएंगे और आप भी बच्चों के विचारों को अच्छे से जान पाएंगे इसीलिए उनके साथ टाइम स्पेंड करना और उनकी बातों को सुनना बहुत साल जरूरी है