What Is Sharenting New Parenting Phrase: आजकल के सोशल मीडिया एडिक्ट्स को एक बहुत ही गंभीर आदत हो गयी है जो कि है हर चीज़ को सोशल मीडिया पर शेयर करने की, फिर चाहे वो अपने दिन के छोटे डिटेल्स हो या फिर अपने जीवन के बारे अनाउंसमेंट। इसे करके लोग बेहतर तो महसूस करते होंगे लेकिन इसके इतने सारे पहलु हैं जिनके बारे में बात करना बहुत ही ज़रूरी हो गया है। आजकल के नए जनरेशन के माँ बाप, अपने बच्चों को सोशल मीडिया पर इंट्रोड्यूस करा देते हैं। उनके पैदा होने से पहले की बातों को लेकर उनके बड़े होने के कईं मोमेंट्स और टाइम को मेमोरीज के लिए कैप्चर करके सोशल मीडिया पर दुनिया को दिखने के लिए अपलोड कर देते हैं। इस तरह के पेरेंटिंग को नया नाम भी मिल चुका है जिसे शैरेंटिंग कहते हैं। आइये जाने इसके क्या नुक्सान होते हैं और क्या असर होता है बढ़ते बच्चों पर।
क्या होता है शैरेंटिंग? जानें इसके नुकसान
- बच्चों की प्राइवेसी को लेकर बहुत ही परेशानी हो सकती है। उनके लाइफ के ये पोस्ट्स उनके कंसेंट के बिना सोशल मीडिया जितने वेस्ट प्लेटफार्म पर आ जाता है जो कि बहुत ही नुक्सानदायक होता है उन बच्चों के लिए जब वो बड़े हो जाएंगे।
- जब हम अपने बच्चों के बारे में इतना सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं उनके जीवन और रोज़ाना ज़िन्दगी के रूटीन्स के बारे में, तो उससे साइबरबुलिंग या किडनैपिंग या स्टाकिंग जैसे अपराधों का खतरा हो सकता है।
- ऑनलाइन ऐसे बहुत ही प्रिडेटर्स होते हैं जो बच्चों के बारे में इन इंफॉर्मेशंस का बहुत ही गलत इस्तेमाल कर सकते हैं और उससे उनके माँ बाप को भी डरा धमका सकते हैं।
- जब हम अपने बच्चों के बारे में सोशल मीडिया पर डालते हैं तो कईं सारे लोगों को अपने ओपिनियन देने के लिए ओपन कर देते हैं जो की आपके बच्चें और बल्कि आपके लिए भी अच्छा नहीं होता है। बच्चों के लुक्स, बॉडी, लाइफ और बल्कि आपके पेरेंटिंग के तरीकों पर भी कमैंट्स पास हो सकते हैं।
- कुछ चीज़ें जो अभी आपको अपने बच्चें के फनी लगते हैं और आप उसे अपलोड कर देते हैं बिना उनके कंसेंट के, यही बच्चें जब बड़े हो जाएंगे तो इस बात से काफी शर्मिंदा हो सकते हैं और आपको इसके लिए रिसेंट भी कर सकते हैं।