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Phishing Scams: एक गलत क्लिक और हो सकती है आपकी प्राइवेसी हैक

साइबर अपराध इस युग में एक गंभीर समस्या बन चुका है। जो इंटरनेट या कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है। जिसमें फिशिंग स्कैम भी साइबर अपराध का ही एक प्रकार है। आइए जानते है इससे जुड़ी कुछ प्रमुख जानकारी।

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kukshita kukshita
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Phishing Scam

image credit: freepik.com

What is Phishing Scams? How toDetect and avoid Phishing Scam: साइबर अपराध इस युग में एक गंभीर समस्या बन चुका है। जो इंटरनेट या कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है। इसमें हैकिंग, फ़िशिंग, पहचान की चोरी, ऑनलाइन धोखाधड़ी, वायरस फैलाना, और डाटा चोरी जैसी गतिविधियाँ शामिल होती हैं। साइबर अपराधियों का मुख्य उद्देश्य संवेदनशील जानकारी चुराना, वित्तीय नुकसान पहुंचाना, या सिस्टम को बाधित करना होता है। फिशिंग स्कैम भी साइबर अपराध का ही एक प्रकार है। 

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फिशिंग स्कैम से जुड़ी 5 जरूरी बातें 

1. फ़िशिंग स्कैम क्या है?

फ़िशिंग एक प्रकार का साइबर अपराध है, जिसमें धोखेबाज़ ईमेल, एसएमएस या अन्य ऑनलाइन माध्यमों के ज़रिए लोगों को उनकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक खाता विवरण आदि साझा करने के लिए गुमराह करते हैं। ये संदेश आमतौर पर किसी विश्वसनीय स्रोत से आने का दावा करते हैं, जैसे कि बैंक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, या ई-कॉमर्स वेबसाइट, ताकि लोग आसानी से धोखे में आ जाएं।

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2. फ़िशिंग स्कैम की पहचान कैसे करें?

फ़िशिंग स्कैम को पहचानना बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसे संदेशों में अक्सर तात्कालिक कार्रवाई की मांग की जाती है, जैसे "आपका खाता बंद हो जाएगा" या "तुरंत लॉगिन करें" जैसी धमकी दी जाती है। संदेश में अनियमित भाषा, गलत स्पेलिंग, और संदिग्ध लिंक हो सकते हैं। यदि आपको कोई संदिग्ध ईमेल या संदेश मिलता है, तो बिना क्लिक किए या प्रतिक्रिया दिए उसे तुरंत डिलीट कर देना चाहिए।

3. फ़िशिंग से बचाव के उपाय

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फ़िशिंग से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। सबसे पहले, किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी जांच करें कि वह विश्वसनीय स्रोत से है या नहीं। आपके बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों से आई हुई किसी भी सूचना की सत्यता की पुष्टि सीधे उनकी आधिकारिक वेबसाइट से करें। साथ ही, दो-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग करें, ताकि आपका खाता अतिरिक्त सुरक्षा स्तर पर सुरक्षित रहे।

4. फ़िशिंग के परिणाम और जोखिम

फ़िशिंग के शिकार होने पर आपके बैंक खाते से पैसे चोरी हो सकते हैं, आपकी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग हो सकता है, और आपकी पहचान की चोरी भी हो सकती है। एक बार यदि धोखेबाजों को आपकी संवेदनशील जानकारी मिल जाती है, तो वे उसे वित्तीय लेनदेन करने, सोशल मीडिया अकाउंट्स हैक करने, और अन्य आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए, फ़िशिंग के प्रति सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

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5. फ़िशिंग की रिपोर्टिंग और समाधान

यदि आप फ़िशिंग का शिकार हो जाते हैं या आपको कोई संदिग्ध ईमेल प्राप्त होता है, तो इसे तुरंत अपने ईमेल सेवा प्रदाता या संबंधित संस्था को रिपोर्ट करें। इससे न केवल आप खुद को बल्कि अन्य लोगों को भी इस प्रकार के धोखाधड़ी से बचाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, अपने बैंक या वित्तीय संस्थान को सूचित करें और अपने खातों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाएं, जैसे कि पासवर्ड बदलना या अस्थायी रूप से खाता बंद करना।

फ़िशिंग एक गंभीर साइबर अपराध है, जिससे बचाव के लिए जागरूकता और सतर्कता सबसे महत्वपूर्ण है। सही जानकारी और सुरक्षा उपायों को अपनाकर आप इस तरह की धोखाधड़ी से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।

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