Health Tips: पीसीओडी और पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) एक हारमोनल डिसऑर्डर मुद्दा है जो आज के वक्त में औरतों में ज्यादा पाया जाता है। इसके कई साइड इफेक्ट्स हैं जिन्हें पहचानना आसान है और इनका इलाज भी काफी आसान और कम लागत में प्रभावी होता है। अगर किसी को पीसीओडी की समस्या हो तो उन्हें अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से नियमित जांच करवानी चाहिए, बहुत ज्यादा जरूरत होती है नहीं तो इसका जोखिम बढ़ सकता है और बहुत तरह से आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। कुछ घरेलू उपचार हैं जो आपको पीसीओडी से बचाने में मदद कर सकते हैं लेकिन यह स्थायी रूप से ठीक नहीं हो सकता।
5 रसोई के मसाले जो पीसीओडी में आयेंगे काम
1. हल्दी (Turmeric)
हल्दी में ज्यादा मात्रा में लिक्विड फ्राइड होता है पीसीओडी के गुण होते हैं जो कि पीसीओडी में काफी हद तक आराम देता है और जख्म के लिए एंटीसेप्टिक का काम करता है।
2. जीरा (Cumin)
कई बार पीसीओडी के मरीजों को वजन बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है और इसलिए जीरा सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है और घरेलू उपचार होता है जो कि हमारे पाचन तंत्र के लिए काफी स्वस्थ होता है क्योंकि हमारे मेटाबोलिज्म को अच्छा रखने के लिए काफी अच्छा साबित होता है।
3. अदरक (Ginger)
अदरक हमें स्वस्थ पाचन तंत्र देता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो खाना खतरनाक ना बनाने में काफी मदद करते हैं।
4. दालचीनी (Cinnamon)
पीसीओडी में काफी बार शुगर लेवल की समस्या हो सकती है जिसके लिए दालचीनी काफी असरदार होती है क्योंकि ये इंसुलिन असंवेदनशीलता को नियंत्रित कर सकता है जो हर पीसीओडी के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है।
5. सौंफ ( Fennel)
पीसीओडी में ऐंठन और शरीर में दर्द काफी होता है उसके लिए सौंफ के बीज काफी काम आते हैं क्योंकि इनमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं और इन्हें सही मात्रा में खाने से ऐंठन और हार्मोन असंतुलन में सुधार होता है।