Know Your Body: हर महिला अलग है, और उसकी योनि भी। ये बात तो हम जानते हैं, पर असल जिंदगी में कबूल करना उतना आसान नहीं होता। समाज के मिथकों और गलत जानकारियों के चलते योनि के बारे में बात करना ही वर्जित हो जाता है। नतीजा? शर्मिंदगी, अज्ञानता, और कभी-कभी तो परेशानी भी! लेकिन आज हम 5 ऐसे आम सच बात करेंगे जो आपकी योनि के बारे में हैं और पूरी तरह से सामान्य हैं। इन्हें जानना न सिर्फ जरूरी है, बल्कि ये आपको अपने शरीर को स्वीकारने और उसका ख्याल रखने में भी मदद करेंगी।
योनि के बारे में 5 आम बातें जो बिल्कुल सामान्य हैं
(5 common things about the vagina that are completely normal)
1. बदबू आना - हर किसी के साथ होता है!
क्या आपको कभी शर्म महसूस हुई है जब आपकी योनि से हल्की सी गंध आती है? ये तो बिल्कुल आम बात है! योनि में बैक्टीरिया का एक प्राकृतिक बैलेंस होता है, जो इस गंध का कारण होता है। ये बैक्टीरिया सेहत बनाए रखते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं। पर हां, अगर तेज बदबू, खुजली या जलन जैसी समस्याएं हों, तो डॉक्टर से जरूर मिलें।
2. डिस्चार्ज - अलग-अलग रंग, बिल्कुल ठीक!
योनि से होने वाला डिस्चार्ज योनि की सेहत का सूचक है. ये पारदर्शी, सफेद, या हल्का पीला हो सकता है, और मात्रा भी अलग-अलग हो सकती है। ये मासिक धर्म चक्र के हिसाब से भी बदलता है। अगर ये गंधहीन है और किसी परेशानी का कारण नहीं बन रहा है, तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं। लेकिन अगर गंध तेज है, रंग हरा या पीला है, या खुजली और जलन हो रही है, तो डॉक्टर से जांच करवाएं।
3. साइज़ मायने नहीं रखता
कई बार सोशल मीडिया और पोर्न इंडस्ट्री के प्रभाव से हमें ये भ्रम हो जाता है कि योनि का एक 'आदर्श' साइज़ होता है। लेकिन सच ये है कि हर महिला की योनि अलग-अलग आकार और गहराई की होती है, और ये बिल्कुल सामान्य है! ये सोच रखना बिल्कुल गलत है कि 'छोटी' योनि या 'ढीली' योनि किसी भी तरह से कम अच्छी है। ये सब सिर्फ व्यक्तिगत भिन्नताएं हैं।
4. मासिक धर्म अनियमित हो सकता है!
हर महीने एक ही तारीख को मासिक धर्म होना कोई जरूरी नियम नहीं है। तनाव, वजन में बदलाव, और हार्मोनल असंतुलन के कारण कई बार मासिक धर्म अनियमित हो सकता है। अगर ये परेशानी ज्यादा हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लें। लेकिन ये सोचना गलत है कि अनियमित मासिक धर्म बीमारी का ही लक्षण है।
5. शारीरिक संबंध की इच्छा अलग-अलग होती है!
हर महिला की यौन इच्छाएं और जरूरतें अलग-अलग होती हैं। ये सोचना बिल्कुल गलत है कि हर महिला को हर समय संबंध बनाने की इच्छा होनी ही चाहिए। ये प्रभावशाली मीडिया का बनाया हुआ झूठ है। खुद को समझें, अपनी पसंद-नापसंद सुनें, और अपने पार्टनर से खुलकर बात करें। यही स्वस्थ यौन संबंध का आधार है।