Breast Health: महिलाओं को अपनी ऐज के साथ साथ बॉडी में बहुत से फिजिकल बदलाव देखने मिलते है। समय के साथ महिलाओं की ब्रैस्ट में भी कई तरह के बदलाव आते है और यह चेंजेस कांस्टेंट होते रहते है। कई बार ब्रैस्ट में आए बदलाव का कारण पीरियड्स, प्रेगनेंसी या हॉर्मोन्स के चेंज होने की वजह से होते है। इनमे से कुछ ऐसे बदलाव भी होते है जिनकी वजह से डॉक्टर के पास जाने की कोई जरूरत नहीं होती। कई बार हम चिंता करते-करते यह भूल जाते हैं की कौन सा चेंज हमारी ब्रैस्ट के लिए नार्मल है। आज हम बात करने वाले है ब्रैस्ट के उन चैंजेस के बारे में जो बिलकुल नार्मल है।
5 Normal Things About Breast
1. ब्रैस्ट में अंतर
हम यदि बात करें ब्रैस्ट के साइज की तो आपको बता दें की दोनों ब्रैस्ट में अंतर होना आम है। आपकी यदि एक ब्रैस्ट साइड छोटी और एक बड़ी है तो चिंता करने की कोई बात नहीं यह प्रत्येक महिला के साथ कॉमन होता है।
2. निप्पल का कलर
ब्रैस्ट के निप्पल और उसके आस पास के एरिया का कलर यदि देखा जाए तो हल्का गुलाबी से लेकर गेहरा कला होता है। निप्पल का कलर पिंक होना स्किन टोन पर डेपेंड करता है। अधिकतर महिलाओं के निप्पल का कलर ब्राउन होता है।
3. ब्रैस्ट का एलाइनमेंट
ब्रैस्ट के एलाइनमेंट के बारे में बात की जाए तो यह प्रॉपर सीधा नहीं होता। आपकी एक ब्रैस्ट अप और दूसरी डाउन होती है और यह नार्मल है। एक साइड की ब्रैस्ट के हार्मोन दूसरी साइड की ब्रैस्ट से मैच नहीं करते इसलिए ब्रैस्ट का एलाइनमेंट डिफरेंट होता है।
4. स्ट्रेच मार्क्स
ब्रैस्ट पर या ब्रैस्ट से हल्की से ऊपर की साइड स्ट्रेच मार्क्स का होना बेहद आम है। ऐज के साथ साथ बॉडी के पार्ट्स भी डेवेलप होते है। जब ब्रैस्ट अपना आकर बदलती है तब ब्रैस्ट पर स्ट्रेच मार्क्स बन जाते है।
5. निप्पल से डिस्चार्ज होना
ब्रैस्ट के नार्मल प्रोसेस में से एक है निप्पल डिस्चार्ज होना। जब ब्रैस्ट को प्रेस किया जाता है और उसमे से वाइट डिस्चार्ज होता है तो यह नार्मल है ऐसा प्युबर्टी हिट होने के कारण होता है। डिस्चार्ज यदि पिले रंग का है तो डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।