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Ovarian Cysts: ओवेरियन सिस्ट महिलाओं की एक आम समस्या है, जो अंडाशय (ओवरी) में तरल पदार्थ से भरी थैली के रूप में बनती है। यह समस्या अधिकतर महिलाओं में उनके प्रजनन काल (रिप्रोडक्टिव एज) में देखी जाती है। हालांकि, हर ओवेरियन सिस्ट खतरनाक नहीं होता, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर समस्याएं भी पैदा कर सकता है। इसलिए, इसके प्रकार और जरूरी जांचों की जानकारी होना बेहद जरूरी है।
क्या हर ओवरी सिस्ट खतरनाक होता है? जानिए इसके प्रकार और जरूरी जांचें
ओवेरियन सिस्ट क्या है?
ओवरी में बनने वाली छोटी गांठ या थैली, जिसमें तरल पदार्थ भरा होता है, उसे ओवेरियन सिस्ट कहते हैं। यह सिस्ट अलग-अलग प्रकार के होते हैं और अधिकतर स्वतः ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में यह बढ़ने लगते हैं या तकलीफ देने लगते हैं, जिससे इलाज की आवश्यकता होती है।
ओवेरियन सिस्ट के प्रकार
फॉलिक्युलर सिस्ट – अंडाणु के न निकल पाने से बनता है, कुछ हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाता है, यह हानिकारक नहीं होता।
कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट – अंडाणु निकलने के बाद फॉलिकल के न सिकुड़ने से यह बनता है, और आमतौर पर खुद ही ठीक हो जाता है।
डर्मॉयड सिस्ट – जन्मजात सिस्ट, जिसमें बाल, दांत, वसा या टिशू हो सकते हैं, बड़ा होने पर हटाना पड़ सकता है।
सिस्टेडेनोमा – तरल या बलगम से भरा होता है, ओवरी की सतह पर बढ़ सकता है, दर्द या अन्य दिक्कतें भी हो सकती हैं।
एंडोमेट्रियोमा – एंडोमेट्रियोसिस के कारण बनता है, दर्दनाक भी हो सकता है और इसे हटाने की जरूरत भी पड़ सकती है।
क्या हर ओवेरियन सिस्ट खतरनाक होता है?
अधिकतर ओवेरियन सिस्ट सामान्य होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन यदि सिस्ट बहुत बड़ा हो जाए, फट जाए, या उसमें कैंसर जैसी असामान्यता हो, तो यह खतरनाक हो सकता है। कुछ लक्षण, जो संकेत देते हैं कि सिस्ट गंभीर हो सकता है, वे हैं जैसे पेट में लगातार दर्द, पीरियड्स में अनियमितता, पेट में भारीपन या सूजन, पेशाब करने में दिक्कत, अचानक बहुत ज्यादा दर्द होना (संकेत कि सिस्ट फट गया है)।
ओवेरियन सिस्ट की जांचें
अगर किसी महिला को सिस्ट के लक्षण महसूस होते हैं, तो डॉक्टर अल्ट्रासाउंड, CA-125 ब्लड टेस्ट, MRI या CT स्कैन की सलाह दे सकते हैं। ये जांचें सिस्ट के आकार, प्रकार और कैंसर से संबंधित होने की संभावना का पता लगाने में मदद करती हैं। अगर जरूरी हो, तो लेप्रोस्कोपी के जरिए सिस्ट की स्थिति देखी जाती है और उसे हटाया भी जा सकता है।
इलाज और बचाव के उपाय
अगर सिस्ट छोटा और बिना लक्षण वाला है, तो डॉक्टर निगरानी की सलाह देते हैं। लेकिन अगर यह दर्दनाक या बढ़ रहा है, तो दवा या सर्जरी जरूरी हो सकती है। बचाव के लिए नियमित चेकअप, हेल्दी डाइट और व्यायाम फायदेमंद हैं।