Khichdi Ke Fayede: ‘खिचड़ी पकाना’, ‘डेढ़ चावल की खिचड़ी’ जैसे हिंदी मुहावरों में प्रयोग में आने वाली खिचड़ी के फ़ायदे हैं अनेक! भले ही मुहावरों में उसका विपरीत असर हो या नेगेटिव बात पर बोला जाए पर खाने में खिचड़ी के कहने ही क्या! खिचड़ी कई तरह से बनाई जाती है, कोई सेमी-लिक्विड पसंद करता है तो कोई सूखी टाइप। इसी तरह कोई उरद की खिचड़ी पसंद करता है तो कोई अन्य तरह की खिचड़ी। जैसा भी हो खिच़ड़ी खाने में स्वाद के साथ-साथ सेहत भी सही रखती है। तुरंत बन जाने वाली खिचड़ी न्यूट्रीशन के नाम पर 02 मिनट मैगी को भी पीछे छोड़ती है।
खिचड़ी खाने से हमारा पेट तो भर जाता है पर क्या आप जानते हैं शरीर में जाकर खिचड़ी हमार बॉडी में किस तरह फ़ायदा पहुंचाती है। कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन्स, मिनरल्स, पानी, फाइबर्स जैसे तत्व खिचड़ी को खाने से हमारे शरीर को मिलते है। आइए आज हम आपको बताने जाएंगे खिचड़ी खाने के क्या हैं फ़ायदे :-
खिचड़ी खाने के फ़ायदे
- पाचन : खिचड़ी बनाने में आसान और खाने में भी आसान होती है। इसे पचाने में शरीर को कोई ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। यही कारण है बच्चों और बुज़ुर्गों को खिचड़ी दी जाती है।
- मोटापा : ऐसा माना जाता है खिचड़ी खाने से शरीर में मोटापे जैसी समस्या पैदा नहीं होती। खिचड़ी खाने से शरीर में वज़न सही रहता है।
- बुखार : बुख़ार आदि में थोड़ी मात्रा में खिचड़ी खाने से बुख़ार से होनी वाली कमज़ोरी दूर हो जाती है। इसके साथ ही शरीर को भारी मात्रा में न्यूट्रीशन्स भी मिलते हैं।
- पेट रोग : पेट से संबंधित रोगों में खिचड़ी को दही आदि डालकर खाने से पेट के रोग जैसे क़ब्ज़, एसीडिटी की समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- गंभीर बीमारी : किसी भी तरह की गंभीर बीमारी में भले ही कोई अन्य आहार बैन हो, खिचड़ी का सेवन किया जा सकता है। इससे मिलने वाले न्यूट्रीशन शरीर में कमज़ोरी पैदा नहीं करते। ऐसे समय में खिचड़ी को सेमी-लिक्विड बनाएं।
- त्वचा : त्वाचा के लिए खिचड़ी को अच्छा बताया गया है। खिचड़ी के सेवन से त्वचा में निखार आता है और त्वचा कोमल भी रहती है।
इस तरह आप देख सकते हैं हमारे घर में बनने वाली उरद, अरहर, मूंग और दही आदि से बनाए जाने वाली खिचड़ी किस तरह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है। खिचड़ी पेट भरने के साथ-साथ खाने में तृप्ति भी दे देती है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।