Self Hug: सेल्फ हग, यानी खुद को गले लगाना, एक अच्छा तरीका है अपने आप को समझने और संजोने का। जब हम खुद को गले लगाते हैं, हमें अपनी आत्मा के साथ संवाद करने का मौका मिलता है, जिससे हम अपनी भावनाओं को समझते हैं और उन्हें सामने लाते हैं। यह हमें अपने मन की शांति और स्थिरता में मदद करता है। सेल्फ हग करने से हमारे अंतर्मन की गहराईयों में समर्थन और सहायता मिलती है, जिससे हम अपने अंतर्मन के साथ अधिक संपर्क में रहते हैं। यह हमें अपने आत्म-संयम और संतुलन को बढ़ाने में मदद करता है, जो हमें दुख और स्ट्रेस के साथ संबंधित स्थितियों से बेहतर स्ट्रेंथ का अनुभव करता है। इस तरह, सेल्फ हग वास्तव में एक मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक, साधारण और प्रभावी उपाय है। आइये जानें खुद को गले लगाने के फायदे।
जानें सेल्फ हग के फायदे
दर्द में कमी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन रिसर्च के आधार पर सिद्ध हुआ है कि खुद को गले लगाने से दर्द में कमी आती है। इस रिसर्च में, 20 पार्टिसिपेंट्स को शामिल किया गया, जिनमें से कई लोगों को दर्द का अनुभव था। इन पार्टिसिपेंट्स को दोनों हाथों को क्रॉस कर खुदको हग करने के बाद, उनके दर्द में सुधार आया। खुदको हग करने से, व्यक्ति कंफर्ट महसूस करता है और इससे ब्रेन भ्रमित हो जाता है कि दर्द कहाँ हो रहा है। यह रिसर्च दिखाता है कि खुद को गले लगाने से न केवल आत्मा को शांति मिलती है, बल्कि दर्द की कमी भी होती है।
सेफ और सिक्योर महसूस
सेल्फ हग करने से आपको सेफ और सिक्योर महसूस होता है। ह्यूमन कनेक्शन तो बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन सेल्फ कनेक्शन भी उतना ही आवश्यक है। दोनों हाथों को क्रॉस कर खुद को हग करने से आपको आराम मिलता है और आप अकेलेपन महसूस नहीं करते। सेल्फ हग करने से आप अपने पावर को महसूस करते हैं और आपको यह एहसास होता है कि आपके साथ कोई नहीं है, लेकिन आप खुद के साथ अपने आप को संजो सकते हैं।
मूड बेहतर
खुद को गले लगाने से नहीं सिर्फ आपका मूड बेहतर होता है, बल्कि यह आपको अपने आप से जुड़ने और अपनी आत्म-सम्मान को बढ़ाने में भी मदद करता है। यह एक तरह की सेल्फ-केयर एक्ट होती है जो आपकी आत्म-प्रेम को प्रकट करती है। इससे आपका सम्पर्क खुद के साथ मजबूत होता है। इसके अलावा, यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलता है और स्ट्रेस की समस्या को कम करने में मदद करता है।
सकारात्मक हार्मोंस रिलीज़
सेल्फ हग करने से आपके शरीर में खुशी के हार्मोन्स जैसे ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन और एंडोर्फिन का उत्पादन बढ़ जाता है, जो आपके मन को सकारात्मक और शांति प्रदान करता है। यह भावनाओं को संतुलित करता है। इसके अलावा, ये हार्मोंस आपके स्लीप साइकिल को नियमित करके आपके नींद की क्वालिटी को भी बढ़ाते हैं, जिससे आप पूरी तरह से आराम कर सकते हैं और ताजगी से महसूस कर सकते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।