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Yoga & Stretching: जानिए पीरियड्स के दौरान इनके फायदे

पीरियड्स के दौरान योग और स्ट्रेचिंग दर्द कम करने, मूड सुधारने, तनाव घटाने और शरीर को आराम देने में मददगार हैं। नियमित अभ्यास से स्वास्थ्य बेहतर होता है।

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Vedika Mishra
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Yoga & Stretching : पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को शारीरिक दर्द, मानसिक तनाव और थकावट का सामना करना पड़ता है। इस समय योग और स्ट्रेचिंग न केवल राहत प्रदान करते हैं, बल्कि आपके शरीर और मन को संतुलित करने में भी मददगार साबित होते हैं। नियमित रूप से किए गए ये अभ्यास आपके पीरियड्स अनुभव को बेहतर बना सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे योग और स्ट्रेचिंग पीरियड्स के दौरान आपके साथी बन सकते हैं।

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Yoga & Stretching: जानिए पीरियड्स के दौरान इनके फायदे

योग एक प्राचीन अभ्यास है, जो शरीर और मन को संतुलन में रखता है। पीरियड्स के दौरान, हल्के योग आसन करने से आपको कई फायदे मिल सकते हैं:

  1. दर्द में राहत: पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द और मांसपेशियों के खिंचाव को कम करने में योग बेहद प्रभावी है। खासकर बालासन (चाइल्ड पोज़) और सुप्त बद्धकोणासन (रेक्लाइंड बटरफ्लाई पोज़) पेट के निचले हिस्से में राहत देते हैं।
  2. मूड में सुधार: पीरियड्स के समय मूड स्विंग्सएक सामान्य समस्या है। योग के दौरान की जाने वाली गहरी सांस लेने की तकनीक तनाव को कम करती है और आपको शांत महसूस कराती है।
  3. रक्त प्रवाह में सुधार: योग आसनों से रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे आपको शरीर में हल्कापन महसूस होता है।
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स्ट्रेचिंग से आपके शरीर को लचीलापन और राहत मिलती है। पीरियड्स के दौरान यह और भी फायदेमंद हो सकता है:

  1. तनाव मुक्त मांसपेशियां: हल्की स्ट्रेचिंग जैसे कैट-काउ स्ट्रेच और कोबरा स्ट्रेच से मांसपेशियों में आई जकड़न दूर होती है।
  2. थकावट से राहत: स्ट्रेचिंग से शरीर की जड़ता और सुस्ती खत्म होती है जिससे आप अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं।
  3. पाचन में मदद: पीरियड्सके दौरान अक्सर पेट फूलने की समस्या होती है। स्ट्रेचिंग से पाचन तंत्र बेहतर होता है।

ध्यान रखने योग्य बातें

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  • पीरियड्स के दौरान बहुत कठिन या उलटे योग आसन करने से बचें।
  • हमेशा अपने शरीर की सीमाओं को पहचानें और केवल उतना ही करें  जितना आरामदायक हो।
  • योग और स्ट्रेचिंग के साथ पर्याप्त पानी पिएं और संतुलित आहार लें।
  • यदि किसी खास मुद्रा से असुविधा हो रही है तो उसे न करें।

पीरियड्स के दौरान योग और स्ट्रेचिंग न केवल शारीरिक दर्द और थकावट को कम करने में मदद करते हैं बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं। नियमित रूप से इनका अभ्यास आपकी  को पीरियड्स सहज और आरामदायक बना सकता है। इस प्राकृतिक उपाय को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और अपने पीरियड्स अनुभव को बेहतर बनाएं। याद रखें अपने शरीर का ध्यान रखना आत्म-प्रेम का सबसे सुंदर तरीका है।

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