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Kitchen Spices: जानें पीसीओडी के लिए सर्वश्रेष्ठ रसोई मसाले

हैल्थ: मसालों का सेवन शरीर को उनके औषधीय गुणों से लाभ पहुंचाता है। पीसीओडी के लिए कुछ मसालों का उपयोग बहुत फायदेमंद हो सकता है। पीसीओडी एक महिलाओं की स्वास्थ्य समस्या है जो उनकी अंडाशयों में असामान्य गतिविधि के कारण होती है।

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Ayushi
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POCO Spices

Best Kitchen Spices For PCOD

Best Kitchen Spices For PCOD: पीसीओडी समस्या से जूझ रही महिलाओं के लिए अपने आहार में कुछ विशेष मसालों का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है। मसालों का सेवन शरीर को उनके औषधीय गुणों से लाभ पहुंचाता है। और पीसीओडी के लिए कुछ मसालों का उपयोग बहुत फायदेमंद हो सकता है। पीसीओडी एक महिलाओं की स्वास्थ्य समस्या है जो उनकी अंडाशयों में असामान्य गतिविधि के कारण होती है। इस समस्या में, अंडाशयों में बढ़ती हुई रक्त सतह से अंडे नहीं टूटते और इससे हार्मोन स्तर के बढ़ जाने की वजह से अंडाशय ग्रंथियों में सिस्ट बनने लगती हैं। तो आइए जानें पीसीओडी के लिए सर्वश्रेष्ठ रसोई मसाले

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पीसीओडी में कौन से मसाले का उपयोग फायदेमंद हो सकता है

1. जीरा

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जीरे में 'फाइबर' और 'एंटीऑक्सिडेंट' के‌ गुण मौजूद होते हैं। यह आपके पेट के लिए बेहद उपयोगी होता है जो PCOD से जूझ रही महिलाओं के लिए अत्यंत जरूरी होता है। आप जीरा खाने के लिए दही और सब्जियों के साथ भी उपयोग कर सकते हैं।

2. मेथी दाना

एक और आम रसोई मसाला है जो भारतीय खाने में उपयोग किया जाता है। यह रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में और इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, जो पीसीओडी के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा इसमें दर्द और सूजन को कम करने वाले गुण भी होते हैं, जो पीसीओडी से जुड़ी 'सूजन' और 'दर्द' कम करने में आपका मदद कर सकता हैं।मेथी दाने में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। 

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3.सौंफ

सौंफ में एंटी-इंफ्लामेटरी के गुण मौजूद होते हैं जो पीसीओडी के लक्षणों में सुधार करने में मदद करते हैं। सौंफ का सेवन करने से आपको भूख भी बढ़ती है जो अनियमित मासिक धर्म से उबरने में मदद करता है।

4. हल्दी

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हल्दी में 'एंटीऑक्सिडेंट', 'एंटी-इंफ्लेमेटरी' और 'एंटी-बैक्टीरियल' गुणों से भरपूर होती है। यह मसाला पीसीओडी से जूझ रही महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी होता है। आप इसे दूध, चाय या अन्य व्यंजनों में डालकर उपयोग कर सकते हैं।

5. सुअंगन

सुअंगन अनियमित मासिक धर्म से निपटने में मदद करता है। इसके अलावा, सुअंगन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो आपकी सेहत को सुधारने में मदद करता है।

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6. धनिया

धनिया में मौजूद 'एंटीऑक्सीडेंट्स' और 'एंटी-इंफ्लेमेट्री' गुण अनियमित मासिक धर्म को कम करने में मदद करता हैं। धनिया में मौजूद विटामिन सी से आपकी सेहत को बेहतर होने में मदद मिलती है।

चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

PCOD Spices मसाले पीसीओडी
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