Vaginal Dryness: वेजाइना में ड्राइनेंस आ जाना एक आम समस्या है, सेक्स के दौरान भी ये समस्या शुरू हो जाती है इससे कई बार सेक्स लाइफ भी एफेक्ट होती है। वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या हर महिला को होती है और ये कभी भी हो सकती है इसके कई कारण हो सकते है कई बार वेजाइना के टिश्यू में नमी लुब्रिकेशन नही होता तो भी ड्राइनेस हो सकती है। महिलाओं में एस्ट्रोजन लेवल की कमी के कारण, यह समस्या हो सकती है। एस्ट्रोजन हार्मोन ही वो वजह है जिससे वेजाइना में नमी बनी रहती है। दरअसल एस्ट्रोजन लेवल के कम होने के कई दूसरे कारण भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं वेजाइना ड्राइनेस के कारण
वेजाइनल ड्राइनेस के हो सकते हैं ये 4 कारण
दवाओं का अधिक सेवन करना
अधिक दवाओं का सेवन करने से वेजाइनल सूखापन का कारण बन सकता है क्योंकि कुछ दवाओं के सेवन से शारीरिक हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं जो इस समस्या को प्रेरित कर सकते हैं। यदि किसी महिला को यह समस्या होती है, तो उन्हें अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
प्रेगनेंसी और डिलीवरी के समय
प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के दौरान महिलाओं को वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। हार्मोनल परिवर्तनों के कारण, विशेष रूप से एस्ट्रोजन की कमी के कारण, यह समस्या हो सकती है। यह आमतौर पर प्रेग्नेंसी के अंतिम तिमाही में और प्रसव के बाद अधिक होती है। इस समस्या को सुलझाने के लिए, महिलाओं को हाइड्रेटेड रहने, स्वस्थ और पौष्टिक आहार लेने की ज़रूरत है, वेजाइनल स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिल सकती है।
शराब और धूम्रपान का सेवन
शराब और धूम्रपान से वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या को बढ़ा सकती है ये एस्ट्रोजन लेवल को असंतुलित कर सकते है और इसके दौरान वेजाइनल टिश्यू के खून की सप्लाई को कम कर सकता है, जिससे वह सूखने लगते हैं और ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या से पीड़ित महिलाओं को शराब और धूम्रपान से दूर रहने की सलाह दी जाती है। अगर किसी महिला को इन की आदत है, तो वह अपने डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं।
गर्भनिरोधक गोलियां
गर्भनिरोध गोलियों के लगातार सेवन से शरीर के हार्मोन्स प्रभावित हो सकते हैं, जिससे वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। एस्ट्रोजन की कमी इस समस्या का मुख्य कारण हो सकती है, जो वेजाइनल टिश्यू के सही स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। यदि कोई महिला गर्भनिरोध गोलियों का सेवन कर रही है और उन्हें वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या है, तो उन्हें डॉक्टर से बात करनी चाहिए।