Winter Diseases:
बदलते मौसम के साथ हमें अपने शरीर को अधिक मजबूत बनाने की जरूरत होती है यानी हमें अपने इम्यूनिटी पॉवर बढाने की जरूरत होती है ताकि मौसमी बीमारियों से बचा जा सके। सर्दियों में हम अधिक तला हुआ और गर्म भोजन करते हैं जिस कारण शरीर को जरूरी पोषक तत्व कम मिलते हैं और इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। जिस कारण सर्दियों में अधिक बीमारी होने का खतरा बना रहता है। खासकर इस मौसम में महिलाओं और बच्चों को मौसमी बीमारियों का खतरा अधिक होता है। आइए जानते हैं उन बीमारियों के बारे में जिनका शिकार सर्दियों के मौसम में महिलाएं अधिक होती हैं।
1. जोडों में दर्द होना
सर्दियों के मौसम में महिलाओं को जोडों के दर्द का पुरुषों की तुलना में अधिक सामना करना पड़ता है। महिलाओं के शरीर में ठंड में बॉडी स्टिफनेस बहुत बढ़ जाती है, जिस वजह से गठिया का दर्द भी बढ़ जाता है। इस मौसम में बॉडी स्टिफनेस कम करने के लिए आपको रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए।
2. निमोनिया
सर्दियों में महिलाओं में निमोनिया के लक्षण अधिक देखने को मिलते हैं। जिसमें बुखार, कफ, जैसे लक्षण आम हैं। साथ ही ठंड में महिलाओं में दिल से संबंधित बीमारियां व फेफड़ों से संबंधित बीमारियां होने का खतरा भी अधिक रहता है।
3. इंफेक्शन का खतरा
सर्दियों के मौसम में बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन होने का खतरा रहता है क्योंकि इस दौरान बहुत से वायरस और बैक्टीरिया पैदा होते हैं जो महिलाओं में इन्फेक्शन का कारण बनता है। इस दौरान महिलाओं में इयर इनफेक्शन या फिर वजाइनल इनफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है। इनके लक्षण दिखने पर अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
4. तनाव
क्योंकि सर्दियों में महिलाओं की दिनचर्या बहुत ही अधिक प्रभावित होती है। इस दौरान उनमें तनाव होने की स्थिति पैदा होती हो सकती है। खासकर हाउस वाइफ के लिए यह बदलाव काफी तनावपूर्ण होता है। इस कारण महिलाओं में हार्मोनल चेंज भी होता है जिस कारण और भी शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
5. सर दर्द और सर्दी जुकाम
सर्दियों में जब महिलाओं की दैनिक दिनचर्या काफी प्रभावित होती है तो इस कारण उनमें सर्दी जुकाम और सर दर्द की समस्या अधिक देखने को मिलती है। महिलाओं के कारण यह समस्या बच्चों में भी देखने को मिलती है। अगर आप ऐसी महिला हैं जो स्तनपान कराती हैं तो आपको होने वाला सर्दी जुकाम आपके बच्चे को भी हो सकता है।