Curry Leaves: मीठी नीम का पेड़ छोटा और नीम के पेड़ के समान होता है। इसको मीठी नीम इसलिए बोलते हैं कि इसके पत्ते नीम के पत्ते की तरह दिखते हैं। इसके पत्तों में एक ग़ज़ब की ख़ुशबू होती है जिसके चलते इसे साबुन, परफ़्यूम जैसे ब्यूटी से जुड़े प्रोडक्ट के काम में भी लिया जाता है। मीठी नीम के पत्तों का प्रयोग दक्षिण और पश्चिम भारत में ख़ासतौर से किया जाता है। मीठी नीम का प्रयोग निम्न तरह से किया जाता है :-
करी में : इसके पत्ते को करी या कढ़ी में डालने से एक अलग ही ज़ायका आता है।
छौंक या तडके में : इससे एक अलग ही खाने से ख़ुशबू आती है। दाल या सब्ज़ी के छौंक में इसका प्रयोग कर सकते हैं।
चटनी में : चटनी में करी पत्ते का काम उसी तरह है जैसे धनिए या पुदीने का। यह ख़ुशबू देता है।
जूस : इसको जूस के रूप में भी ले सकते हैं।
सलाद या गार्निश : सलाद या गार्निश के लिए मीठी नीम के पत्ते का प्रयोग किया जा सकता है।
मीठी नीम के पत्ते कच्चे या पके हुए दोनों फ़ायदा करते हैं। यह अपनी ख़ुशबू ही नहीं अपने गुणकारी मूल्य के लिए भी जाने जाते हैं। मीठी नीम के पत्तों के 10 गुण यहां बताते हैं :-
- बालों के लिए अच्छा : करी पत्तों का पेस्ट बालों या बालों की जड़ों में लगाने से बाल सफ़ेद नहीं होते साथ ही रूसी जैसी शिक़ायत नहीं होती।
- एंटीऑक्सीडेंट गुण : मीठी नीम के पत्ते अपने एंटीऑक्सीडेंट गुण के कारण जाने जाते हैं जिसके चलते ये शरीर की बहुत-सी बीमारी दूर करते हैं।
- ज़ख़्म भरता है : घाव या कटे में मीठी नीम के पत्तों का रस लगाने से घाव जल्दी भरता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाता है : इसके पत्तों के सेवन से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है।
- हृदय के लिए अच्छा : इसके पत्तों के सेवन से हृदय से जुड़ी बीमारियां नहीं होतीं। हृदयघात का ख़तरा कम होता है।
- थकान दूर करता है : इसके तेल की मालिश करने से थकान दूर होती है।
- त्वचा कोमल करे : मीठी नीम के सेवन से त्वचा में ज़बरदस्त असर दिखता है। ये झुर्रियां कम करता है।
- मोटापा कम करता है : मीठी नीम अतिरिक्त वसा कम करने का काम करता है। कोलेस्ट्राल को बढ़ने नहीं देता। मोटापा दूर करता है।
- एंटीबैक्टीरियल गुण : मीठी नीम को खाने से दांत और मसूड़ों की बीमारियां नहीं होती। पेट साफ़ रहता है।
- आंखों के लिए अच्छा : इसके सेवन से मोतियाबिंद नहीं होता। आंखों की रौशनी कम नहीं होती।
इस तरह आप देख सकते हैं मीठी नीम के फ़ायदे हमारे शरीर के लिए बहुत हैं। मीठी नीम आप किसी सबज़ीवाले से प्राप्त कर सकते हैं या नर्सरी से इसका एक पौंधा लाकर अपने घर पर गमले में लगा सकते हैं। इसके रोज़ाना प्रयोग से शरीर में बीमारियों का ख़तरा नहीं रहता। खाने का स्वाद बढ़ता है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।