AIDS And HIV: एचआईवी और एड्स दोनों अलग-अलग हैं। एचआईवी एक वायरस है और एड्स एक बीमारी। यह कहा जा सकता है की एचआईवी इनफेक्टेड व्यक्ति को एड्स होने की संभावना अधिक होती है लेकिन जरूरी नहीं है कि जो व्यक्ति एचआईवी से इनफेक्टेड उसे एड्स भी होगा। एचआईवी एक वायरस है जो एक व्यक्ति के द्वारा दूसरे व्यक्ति में फैलता है। एचआईवी हमारी बॉडी में प्रवेश करके उन सेल्स को खत्म करता है जो हमारी बॉडी को इन्फेक्टेड होने से बचाती हैं।
जब बॉडी एचआईवी से पूरी तरह इनफेक्टेड हो जाती है। उस डैमेज की वजह से हमारी इम्यून सिस्टम के अंदर एड्स पनपता है। एड्स होने का कारण केवल एचआईवी नहीं है यदि आपकी बॉडी में इसी तरह का पॉवरफुल इंफेक्शन है तो वह है एड्स को बढ़ावा देगा। एचआईवी इनफेक्टेड व्यक्ति को एड्स होने में तकरीबन 10 साल तक का समय लग सकता है। हम आपको बताएंगे एचआईवी और एड्स किस तरह अलग-अलग है।
जानें एड्स और एचआईवी में क्या अंतर है
1. बॉडी में एंटर होने का तरीका
एचआईवी बॉडी में किसी भी व्यक्ति के फिजिकल टच की वजह से एंटर होता है। एचआईवी का बॉडी में प्रवेश करने का मुख्य कारण सेक्सुअल रिलेशनशिप सामने आता है। वही दूसरे हाथ पर एड्स छूने के कारण नहीं फैलता यह एचआईवी इनफेक्टेड व्यक्ति में समय के साथ-साथ धीरे-धीरे बॉडी में फैलता है।
2. कितनी स्टेजेस होती हैं
एचआईवी वायरस की बॉडी में प्रवेश करने के बाद तीन स्टेजेस सामने आती हैं। यह तीन अलग-अलग स्टेजेस में बॉडी के अंदर सेल्स को खत्म करता है। एड्स एचआईवी की तीसरी व आखिरी स्टेज है। व्यक्ति यदि एचआईवी की तीसरी स्टेज यानि एड्स तक पहुंच चुका है तो यह व्यक्ति की जान ले सकता है।
3. सिम्टम्स
एचआईवी इनफेक्टेड व्यक्ति के अंदर कुछ खास सिम्टम्स दिखाई नहीं देते। 2 से 4 हफ्ते के बाद व्यक्ति के अंदर फ्लू जैसे सिम्टम्स दिखाई देते है। यदि किसी व्यक्ति के अंदर एड्स डेवेलप हो चूका है तो उसके कई सारे सिम्टम्स बॉडी के अंदर दिखाई दे सकते हैं।
4. ट्रीटमेंट
एचआईवी की दूसरी स्टेज तक व्यक्ति को ट्रीटमेंट दिया जा सकता है। व्यक्ति यदि तीसरे स्टेज के अंदर एंटर हो चुका है डैमेज हुए सेल्स को रिपेयर करना मुश्किल है। एड्स से ग्रस्त व्यक्ति की लाइफ एक्सपेक्टेंसी को केवल कुछ समय तक के लिए कंट्रोल किया जा सकता है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।