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Fowler Syndrome: मूत्र में कठिनाई का कारण हो सकता है फॉउलर सिंड्रोम

ब्लॉग | हैल्थ: हाल ही में एक मामला सामने आया है। इसमें एक महिला लगभग पंद्रह दिन से मूत्र (Urine) त्याग करने में असमर्थ है। हालांकि अभी तक फॉउलर सिंड्रोम के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

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Prabha Joshi
23 Mar 2023
Fowler Syndrome: मूत्र में कठिनाई का कारण हो सकता है फॉउलर सिंड्रोम

फॉउलर सिंड्रोम में पड़ सकती है कैथिटेराइजेशन की जरूरत

Fowler Syndrome: फॉउलर सिंड्रोम एक तरह से मूत्र (Urine) से संबंधित बीमारी है। इसमें महिला को मूत्र करने की इच्छा होती है। लेकिन मूत्र बाहर नहीं आ पाता या मूत्र करने के दौरान बहुत-सी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में फॉउलर सिंड्रोम बहुत बड़ी परेशानी बन जाती है।

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हाल ही में एक मामला सामने आया है। इसमें एक महिला लगभग पंद्रह दिन से मूत्र(Urine) त्याग करने में असमर्थ है। हालांकि अभी तक फॉउलर सिंड्रोम के कारणों का पता नहीं चल पाया है यानि ये किन कारणों से होता है इस पर अभी तक शोध जारी हैं।

urinary tract infection

फॉउलर सिंड्रोम के लक्षण क्या हैं

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फॉउलर सिंड्रोम के लक्षणों में मुख्य रूप से जो लक्षण शामिल हैं, वे निम्न हैं :-

  • पेशाब करने के दौरान दर्द महसूस करना और बार-बार पेशाब करने को महसूस होना
  • पेट के निचले हिस्सों में दर्द या पेट में दर्द 
  • मूत्राशय भरा-सा महसूस होना फिर भी मूत्र न त्याग पाना
  • अनियमित मासिक-दर्द या पीसीओएस
  • मूत्रमार्ग में संक्रमण 

इन किसी भी तरह के लक्षणों के दिखने पर डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करें। 

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फॉउलर सिंड्रोम क्यों होता है

अभी तक फॉउलर सिंड्रोम होने के पीछे कोई वजह सामने नहीं आई है लेकिन ऐसा देखा गया है कि जिन महिलाओं को फॉउलर सिंड्रोम हुआ उनमें महिला संबंधी परेशानी थीं मसलन पीसीओस, प्रेग्नेंसी इश्यूस और पेट की सर्जरी आदि। 

फॉउलर सिंड्रोम का क्या है उपचार 

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फॉउलर सिंड्रोम होने पर डॉक्टर मूत्र से संबंधित हिस्ट्री और मूत्र(Urine) की जांच को कर सकता है। बहुत-सी परिस्थिति में कैथीटेराइजेशन की भी जरूरत पड़ सकती है। कैथीटेराइजेशन में कैथेटर के जरिए मूत्र का त्याग कराया जाता है। ये एक तरह की मशीन होती है। 

जरूरी है कि मूत्र संबंधित किसी भी समस्या पर डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करें। कई बार लोग मूत्र से जुड़ी परेशानियों को इग्नोर कर देते हैं या हिचक के कारण डॉक्टर से कंसल्ट करने से बचते हैं। इससे परेशानी और बढ़ जाती है और स्थिति गंभीर भी हो सकती है। मूत्र करने के दौरान दर्द, मूत्र करने में परेशानी, थोड़ा-थोड़ा मूत्र त्याग और अन्य किसी भी तरह की मूत्र से संबंधित परेशानी में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। इसके साथ ही जरूरी है मूत्र त्याग की इच्छा होते ही मूत्र को त्यागें। मूत्र या यूरीन को रोकना फॉउलर सिंड्रोम या मूत्राशय में इंफेक्शन जैसी परेशानी बढ़ा सकता है। 

चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

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