Urine Leakage: बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में कई शारीरिक समस्याएं आने लगती हैं, खासकर प्रेगनेंसी के बाद। ऐसी ही एक समस्या है यूरिन लीकेज (Urine Incontinence) की, जो कि प्रेगनेंसी के बाद आमतौर पर देखी जाती है। हालांकि, बढ़ती उम्र के साथ यह समस्या पुरुषों में भी काफी आम है, लेकिन महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करती है।
क्या हैं यूरिन लीकेज के कारण
Infection हो सकता है कारण
ग्रोइंग बच्चों को जिस चीज पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए, वह है उनकी पर्सनल हाइजीन। आज भी पैरंट्स इस मुद्दे पर बच्चों से बात करने में झिझकते हैं। लेकिन इस स्थिति को बदलने की जरूरत है। जब बच्चों को अपनी पर्सनल हाइजीन के बारे में पता नहीं होता है तो वे कई तरह के इंफेक्शन का शिकार हो जाते हैं। साथ ही झिझक के कारण अपनी बात किसी के साथ शेयर भी नहीं कर पाते हैं।
मांसपेशियों का कमजोर होना
बच्चे के जन्म के बाद, अधिक वजन बढ़ जाने पर, प्री-मेनोपॉज की स्थिति में या कई बार बढ़ती उम्र के कारण पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, इस कारण खांसते, छींकते, हंसते या एक्सर्साइज करते समय यूरिन लीक होने की समस्या शुरू हो जाती है।
शारीरिक कमजोरी (Physical Weakness)
कुछ लोगों में शारीरिक कमजोरी, किसी लंबी बीमारी में भी यूरिन लीक होने की समस्या देखने को मिलती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पेल्विक मसल्स कमजोर हो जाती हैं और इन हंसने, खांसने, छींकने या शारीरिक गतिविधि करने के दौरान जब हमारे ब्लेडर पर दबाव पड़ता है तो वह यूरिन को रोककर नहीं रख पाता और कुछ मात्रा में पेशाब कपड़ों में ही लीक हो जाता है। इसे हम एक्सरसाइज की मदद से ठीक कर सकते हैं।
अत्यधिक ऐक्टिव ब्लेडर
जब हमारे ब्लेडर में यूरिन भर जाता है तो यह हमारे ब्रेन को एक सिग्नल भेजता है, इसी से हमें यूरिन जाने का अहसास होता है। लेकिन जब ब्लेडर बहुत अधिक ऐक्टिव हो जाता है तो यह यूरिन को होल्ड नहीं कर पाता है। और थोड़ा-सा यूरिन जमा होने पर ही बहुत तेज प्रेशर बनने लगता है।
गर्भावस्था
गर्भावस्था के दौरान, आपका गर्भाशय (Uterus) मूत्राशय पर अतिरिक्त दबाव डालता है क्योंकि यह फैलता है। ज्यादातर महिलाएं जो गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान लीकेज का अनुभव करती हैं, वे नोटिस करती हैं कि यह प्रसव के बाद के हफ्तों में दूर हो जाती है।