Brushing Benefits: क्या आप जानते हैं ब्रश करना हमारे लिए कितना ज़रूरी है। पहले प्राकृतिक चीज़ें ब्रश के रूप में प्रयोग में लाई जाती थीं, वहीं अब नायलान से बने ब्रश और अलग-अलग तरह के टूथपेस्ट बाज़ार में उपलब्ध हैं। महिलाएं अपने बच्चों को कुछ नहीं तो सबसे पहले ब्रश या मंजन करना सिखाती हैं। कुछ भी हो पर ब्रश करने में कभी आलस नहीं करना चाहिए। ब्रश करना समय के साथ बदलता रहा। प्राकृतिक चीज़ों के साथ अब बना-बनाया ब्रश और टूथपेस्ट हमारे मार्केट में उपलब्ध है। ब्रश करने के लिए सावधानी रखना बहुत ज़रूरी है। ज़रूरी नहीं कोई भी टूथपेस्ट हमारे लिए योग्य हो या कोई भी ब्रश का प्रयोग हम कर सकते हों। ऐसे में दांतों या मुंह से जुड़ी किसी भी समस्या से पहले हमें दंत विशेषज्ञ से अवश्य सलाह ले लेनी चाहिए।
ब्रश करने से पहले से ज़रूर देख लें कि ब्रश मुलायम है या नहीं। ब्रश का मुलायम होना, नायलान का होना और सही आकार का होना बहुत ज़रूरी है। ब्रश का साइज़ उम्र के साथ बदलता रहता है। वहीं ब्रश को समय-समय पर बदल देना भी ज़रूरी है। अगर आपको लगता है कि आपका ब्रश सही तरह सफ़ाई नहीं कर पा रहा है, या बहुत ज़्यादा यूज़्ड हो गया है तो ब्रश को बदलकर सही फ़्रेश ब्रश का इस्तेमाल करें। वहीं मंजन या टूथपेस्ट के लिए ज़रूरी है कि आप कोई नेचुरल प्रोडक्ट रिच मंजन का प्रयोग करें। इससे दांतों की उम्र बढ़ती है। आइए जाने ब्रश करने से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें :-
- दांत चमकते हैं : ब्रश करने से हमारे दांत साफ़ रहते हैं। स्माइल करते समय अकसर आपके दांत सामने आते हैं। ऐसे में स्वच्छ दांत होना आपके लिए भी और सामने वाले के लिए भी अच्छा होता है।
- प्लेक नहीं होता : अकसर लोगों के दांत में जल्दी-जल्दी एक लेयर जमती है। इसे प्लेक कहते हैं। प्लेक को साफ़ करना बहुत ज़रूरी होता है। प्लेक को समय-समय पर साफ़ न करना आगे जाकर बीमारी का कारण बन जाती है।
- बीमारियां नहीं होतीं : मंजन या ब्रश किए बग़ैर खाना खा लेने से पेट-संबंधी बीमारिया हो जाती हैं। बच्चों में पेट में कीड़े होने जैसी शिक़ायत आती है। ऐसे में ज़रूरी है महिलाएं अपने बच्चों को मंजन करने की सलाह दें।
- दांत में कीड़ा नहीं लगता : रात में कुछ खाकर बिना मंजन किए जाने से खाना दांतों में रह जाता है। कुछ मीठा खाकर कुल्ला न करने से दांतों में ख़तरा बढ़ जाता है। बिना मंजन किए रात में सो जाने से दांत में कीटाणु पैदा होते हैं औऱ दांत में कीड़ा लग जाता है।
- दांतों की बीमारियां नहीं होतीं : मंजन करने से दांतों की बीमारियां नहीं होतीं। अगर मंजन न करें तो पायोरिया जैसी बीमारियां दांतों को जकड़ लेती हैं। ऐसे में ज़रूरी है दो टाइम मंजन करना। मसूड़े ख़राब नहीं होते।
- स्वच्छ सांस रहती है : दांत साफ़ रखने से मुंह में दुर्गंध नहीं आती। अच्छी और साफ़ सांस रहती है। ज़रूरी है सही टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें।
इस तरह आप दांतों को साफ़ रख दांतों की उम्र बढ़ाते हैं। ज़रूरी है दिन में दो बार अवश्य ब्रश करने की आदत डालें। किसी का जूठा खाने से परहेज़ रखें अन्यथा खाने के बाद एक बार ब्रश ज़रूर करें। इससे आप अपने दांत को स्वस्थ रख सकती हैं। ध्यान रहे अगर मंजन के दौरान किसी तरह का ख़ून आ रहा है या दर्द हो रहा है तो किसी दांत के डॉक्टर को अवश्य दांत का चेकअप करवाएं। हो सकता है एक छोटी-सी सावधानी आपको गंभीर बीमारी से बचा ले।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।