Healthy Lifestyle: भारत में केला एक फेमस फ्रूट है। भारत में केले का उपयोग कई प्रकार की मीठे व्यंजनों जैसे डेसर्ट और सलाद बनाने में किया जा सकता है। बता दें की केले को कच्चा और पकाकर भी खाया जाता है। डॉक्टर हमेशा आपको अपने स्वास्थ्य को संतुलित रखने के लिए अपने आहार में एक एप्पल को शामिल करने की सलाह देते हैं। हालंकि, एक केला एक एप्पल की तरह ही पौष्टिक होता है इसलिए आप केले को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। केला में आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो स्वास्थ्य पर सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
महिलाओं को रोज खाना चाहिए केला, होते हैं बहुत से फायदे
1. खून की कमी को करे दूर
महिलाओं के शरीर में खून की कमी अधिक देखी जाती है। ऐसे में अगर महिलाएं अपनी डाइट में केले को शामिल करें तो उन्हें बहुत फायदा होता है। क्योंकि इसमें मौजूद आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे एनीमिया दूर होता है।
2. कमजोरी और सुस्ती को करे कम
कमजोरी और सुस्ती महसूस होने पर अगर महिलाएं अपने आहार में केले को एड करें तो यह फायदेमंद होगा उनके लिए, क्योंकि केले में कार्बोहायड्रेट पाया जाता है, जो शरीर को दिन भर ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है।
3. हड्डियों के लिए फायदेमंद
अगर महिलाएं रोजाना केले का सेवन करती हैं तो यह उनकी हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है। क्योंकि केले कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित होता है।
4. ब्लोटिंग कम करने में मददगार
ब्लोटिंग एक ऐसी चीज है जो असहज दे करा सकती है। इस स्थिति में केला मददगार साबित हो सकता है, यह पेट में ब्लोट-फाइटिंग बैक्टीरिया को बढ़ा सकता है। केला शरीर में बरकरार तरल पदार्थ को कम करने में मदद करता है क्योंकि यह पोटेशियम से भरपूर है। यदि आप भी ब्लोटिंग की समस्या से परेशान हैं तो रोजाना खेले को अपने आहार में शामिल करें।
5. वेट लॉस में मददगार
एक केला में कम से कम 12 मिलीग्राम कोलीन होता है। आपको बता दें की कोलीन एक फैट-ब्लास्टिंग बी विटामिन है, जो सीधे उन जीनों पर कार्य करता है जो पेट में फैट के स्टोरेज का कारण बनता है। यदि आप भी अपने वजन को करना चाहते हैं कम तो अपनी डाइट में जरूर करें केले को शमिल।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।