Heat Rash: गर्मी का मौसम आते ही लोग गर्मी से परेशान हो जाते हैं क्योंकि गर्मी बहुत तरह की स्किन प्रॉब्लम्स अपने साथ लाती है और तपती धूप में भी लोगों को अपने बिजी लाइफस्टाइल के कारण बाहर जाना ही पड़ता है। धूप की खतरनाक अल्ट्रावायलेट रेस से बहुत तरह की स्किन की बीमारियां होती हैं यह रेस बिलकुल भी स्किन के लिए अच्छे नहीं होते हैं साथ ही साथ धूप के कारण हमारी त्वचा भी जल जाती है। गर्मी में त्वचा का लाल होना और त्वचा में दाने निकल आना बहुत ही कॉमन है और इन्ही में से एक समस्या है घमौरियों की जो कि बच्चों से लेकर बूढ़े व्यक्ति और सभी को ही परेशान करती है तो आइये जानते हैं घमौरियों के लिए कुछ घरेलू उपाय
घमौरियों के घरेलू उपचार
1. मुल्तानी मिट्टी
मुल्तानी मिट्टी में पाए जाते हैं एंटीमाइक्रोबल गुण जो कि किसी भी तरह के वायरस , बैक्टीरिया और फंगल इन्फेक्शन नही होने देती है और अगर वो हो गया हो तो उसे फैलने से रोकता है तो अपने इसी गुण के कारण मुल्तानी मिट्टी घमौरियां होने से रोकती है और घमौरियों के इलाज में भी सहायक होती है।
2. दही
घमौरियां का कारण होता है स्किन में प्रेजेंट स्टेफिलोकोकस एपिडरमाइडिस नाम का एक बैक्टीरिया और दही में मौजूद होता है एंटीबैक्टीरियल गुण जो कि बैक्टीरिया को जल्द से खतम कर देता है और घमौरियां होने से आपको बचाता भी है तो अगर आप गर्मी में घमौरियां से परेशान हैं तो दही का उपयोग जरूर करें।
3. नीम
नीम में मौजूद होता है एंटीमाइक्रोबल गुण तो आप नीम के पत्ते को पीस कर घमौरियों पर लगाएं तो घमौरियों से आप आसानी से छुटकारा पा सकते हैं क्योंकि यह स्किन इन्फेक्शन से बचाव करता है।
4. खीरा
खीरा गर्मियों में राहत पहुंचाता है। खीरा आपकी त्वचा को ठंडक पहुंचाता है और साथ ही साथ घमौरियों से हो रही जलन से भी आपको राहत पहुंचाता है और साथ ही साथ घमौरियां से हो रही खुजली से भी आपको राहत पहुंचाता है।
5. एलोवेरा
एलोवेरा त्वचा के लिए रामबाण माना जाता है। एलोवेरा में प्रेजेंट होता है एंटीबैक्टीरियल गुण जो कि बैक्टीरिया से लड़ने में सहायक होता है और एलोवेरा एक नेचुरल मॉइश्चराइजर है जो कि त्वचा को मॉइश्चराइज करता है साथ ही साथ एलोवेरा हमारी त्वचा को ठंडक पहुंचाता है जो कि घमौरियों से हो रही जलन को भी शांत करने में लाभदायक है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।