How Coffee Can Affect You During Your Period: महिलाओं के लिए पीरियड्स का समय कई शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों का दौर होता है। इस दौरान आपके खाने-पीने की चीजों का आपके शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। कॉफी, जिसमें कैफीन होता है, एक ऐसी ही चीज है जिसका पीरियड्स के दौरान सेवन आपके शरीर पर विभिन्न तरीकों से असर डाल सकता है।
Periods के दौरान कॉफी का सेवन करने से हो सकती हैं ये 6 समस्याएं
1. बाउल मूवमेंट में बदलाव
कॉफी पीने से आपके बाउल मूवमेंट पर असर पड़ सकता है। कॉफी एक प्राकृतिक लैक्सेटिव है, जो आपके पेट को तेजी से काम करने के लिए प्रेरित करती है। पीरियड्स के दौरान आपके पाचन तंत्र में बदलाव होते हैं और कॉफी का सेवन इस प्रक्रिया को और अधिक प्रभावित कर सकता है। इससे दस्त या कब्ज की समस्या हो सकती है।
2. चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स
पीरियड्स के दौरान हार्मोनल बदलाव आपके मूड पर असर डालते हैं। कॉफी में मौजूद कैफीन आपके मूड को और अधिक अस्थिर बना सकता है। कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ है जो आपके नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है, जिससे चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स की संभावना बढ़ जाती है।
3. मासिक धर्म के आसपास स्तनों में दर्द
कॉफी का सेवन आपके स्तनों में संवेदनशीलता और दर्द को बढ़ा सकता है। पीरियड्स के दौरान हार्मोनल बदलाव स्तनों को संवेदनशील बना देते हैं, और कैफीन इसका प्रभाव और बढ़ा सकता है। इससे आपके स्तनों में सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है।
4. नींद में बाधा
कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ है जो आपकी नींद के पैटर्न को प्रभावित कर सकता है। पीरियड्स के दौरान कई महिलाएं पहले से ही नींद की समस्याओं से जूझती हैं, और कॉफी का सेवन इस समस्या को और बढ़ा सकता है। कैफीन आपके शरीर को लंबे समय तक जागृत रख सकता है, जिससे आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती।
5. घबराहट और दिल की धड़कनें तेज होना
कॉफी का अत्यधिक सेवन आपके नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करता है, जिससे घबराहट और दिल की धड़कनें तेज होने की समस्या हो सकती है। पीरियड्स के दौरान आपका शरीर पहले से ही संवेदनशील होता है, और कैफीन का अतिरिक्त सेवन इसे और बढ़ा सकता है।
6. पीरियड्स के दर्द और पीएमएस के लक्षणों में वृद्धि
कॉफी का सेवन आपके पीरियड्स के दर्द और पीएमएस (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) के लक्षणों को बढ़ा सकता है। कैफीन आपके शरीर में ऐंठन और दर्द की संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है। इसके साथ ही, कैफीन आपके शरीर में पानी की कमी को भी बढ़ा सकता है, जिससे ऐंठन और दर्द की समस्या और बढ़ सकती है।
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