Changes in Body: शरीर के कई हिस्सों में बदलाव को नजरअंदाज़ करना महिलाओं के लिए कितना खतरनाक?

महिलाओं के शरीर में होने वाले बदलाव अक्सर सामान्य लगते हैं लेकिन इन्हें अनदेखा करना कई बार गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। जानिए ऐसे ही बदलावों के बारे में जो आपके स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी हो सकते हैं।

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Kirti Sirohi
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BREAST DISEASES

Photograph: (Freepik)

How Dangerous Is It For Women To Ignore Changes In The Several Parts Of The Body? महिलाओं का शरीर काफी संवेदनशील होता है और जीवनभर कई तरह के बदलाव इसमें आते हैं। लेकिन जब बात आती है कुछ गंभीर बदलावों की जो दिखने में सामान्य हो सकते हैं लेकिन महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स में या मानसिक बदलाव होते है तो कई बार ये गंभीर समस्या की तरफ इशारा भी हो सकते हैं। हमारे समाज में महिलाओं को उनके प्राइवेट पार्ट्स के बारे में खुलकर बात करना नहीं सिखाया जाता और रही बात बीमारियों की तो अक्सर उन्हें मामूली समझकर टाल दिया जाता है जो समय रहते अगर न पहचानी जाएं तो जानलेवा साबित हो सकती हैं। जानिए ऐसे ही कुछ बदलावों के बारे में जिनके शरीर में दिखने पर आपको ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।

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महिलाओं के शरीर में गंभीर बदलाव

वजाइना या उसके आस-पास बदलाव

अगर आपके प्राइवेट पार्ट में लगातार खुजली, असामान्य डिस्चार्ज, गांठ, सूजन या गंध का आना जैसी समस्याएं ज्यादा होती हैं तो इसे नजरअंदाज़ करना ठीक नहीं है। यह सिर्फ मामूली इन्फेक्शन नहीं बल्कि सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज़ या सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) के लक्षण भी हो सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको बार-बार यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, पेल्विक पेन या जलन महसूस होती है और लंबे समय तक बनी रहती है तो यह Pelvic Inflammatory Disease (PID) जैसी गंभीर स्थिति का कारण बन सकती है। इसलिए इंटिमेट हेल्थ पर ध्यान देना और सही समय पर डॉक्टर से सलाह लेना, रेगुलर जांच कराना महिलाओं के लिए बेहद ज़रूरी है।

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पीरियड्स साइकिल में बदलाव

पीरियड्स महिलाओं के स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ बताते हैं। हेल्थी पीरियड्स, हेल्थी शरीर की भी निशानी होते हैं। अगर आपकी पीरियड्स साइकल अनियमित है या अचानक ब्लड क्लॉट्स आने लगते हैं, बहुत ज्यादा दर्द, थकान, चक्कर आप महसूस करती हैं या लंबे समय तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो यह केवल हॉर्मोनल दिक्कत नहीं है बल्कि थायरॉइड, PCOS या यूटेरस में फाइब्रॉइड या कैंसर का लक्षण हो सकता है। 

ब्रेस्ट में बदलाव

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ब्रेस्ट में महिलाओं को गांठ बनना, स्किन का सिकुड़ना, निपल्स रंग बदलना या अचानक से तेज दर्द होना, ये सभी ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। ब्रेस्ट कैंसर भारत में महिलाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला कैंसर है, जिसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं ताकि महिलाओं को इसकी जानकारी मिल सके और समय रहते पता चल जाए तो इसे रोका जा सके। इसलिए हर महिला को महीने में एक बार खुद से ब्रेस्ट की जांच करनी चाहिए और 30 की उम्र के बाद रेगुलर चेकअप और स्क्रीनिंग भी कराते रहनी चाहिए।

स्किन, बाल और वज़न 

अगर आपके बाल अचानक और तेजी से झड़ते हैं स्किन ड्राई में ड्राइनेस, गहरे धब्बे या मुंहास होने लगे या बिना किसी कारण के वजन तेजी से बढ़ या घट रहा हो तो ये सब भी शरीर में किसी अंदरूनी बीमारी होने का संकेत हो सकते हैं। थायरॉइड, डायबिटीज़, हॉर्मोनल डिसऑर्डर या यहां तक कि तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों की वजह से भी यह समस्याएं हो सकती हैं। 

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अन्य सामान्य दिखने वाले बदलाव

महिलाओं को कुछ समस्याएं जैसे चक्कर आना, कमज़ोरी महसूस होना, सिरदर्द होना आदि बदलाव भले ही नॉर्मल लगें पर रोज और तेज होने पर आपको इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह शरीर में एनीमिया या मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर जैसे डिप्रेशन की निशानी हो सकते हैं। महिलाएं अक्सर अपनी इमोशनल और मेंटल कंडीशन को नज़रअंदाज़ करती हैं, जिससे धीरे-धीरे उनके शरीर में एनर्जी और इम्युनिटी कम होने लगती है, जो उन्हें गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। ऐसे लक्षण दिखने पर फिजिकल ही नहीं बल्कि मानसिक जांच कराना भी ज़रूरी है।