Cervical Cancer: सर्विक्स, वजाइना और यूट्रस की बीच की जगह है। Pregnancy में यह पार्ट एक बच्चे को यूट्रस से निकलने से रोकता है और डिलीवरी के समय, यही पार्ट एक्सपैंड करता है ताकि बच्चा आराम से पैदा हो सके।
भारत में 7 में 1 महिला की मृत्यु का कारण सर्वाइकल कैंसर ही है। यह भारत में सबसे आम कैंसर में दूसरे स्थान पर आता है। डॉक्टरों के अनुसार सर्वाइकल कैंसर की वजह है एक वायरस, जिसे ह्यूमन पेपिलोमावायरस या HPV कहा जाता है।
हर कैंसर के तरह इसके भी 4 स्टेज होते हैं। पहले स्टेज में कैंसर केवल cervix तक रहता है, और डॉक्टर के जांच के बिना इसे पहचानना बहुत ही मुश्किल है। दूसरे स्टेज में कैंसर काफी हद काफी तक फ़ैल जाता है और काफी तरह के लक्षण भी दिखने लगते हैं। इस स्टेज में इलाज हो सकता है। बस इस समय में कैंसर को पहचान लेना ज़रूरी है। तीसरे स्टेज में कैंसर Pelvic Wall तक फ़ैल जाता है और चौथे में वह लंग्स और खून में भी हो सकता है।
सर्वाइकल कैंसर उन कैंसर में से हैं जिन्हें पहचानने में देरी होने से मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हर महिला को इसके संकेत और बचाव के तरीकों के बारे में जानना चाहिए।
क्या हैं सर्वाइकल कैंसर से जुड़े संकेत
1. सेक्स के बाद ब्लीडिंग
अगर आपकी पहली बार, या प्रेग्नेंसी के बाद पहली बार सेक्स नहीं है तो आपको सेक्स के समय ब्लीडिंग नहीं होनी चाहिए। सेक्स के बाद वेजाइनल ब्लीडिंग खतरनाक है और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है।
2. पीरियड के बीच ब्लीडिंग (Periods Bleeding)
पीरियड के दौरान ब्लीडिंग होना या menopause के बाद पीरियड जैसा ब्लीडिंग होना सर्वाइकल कैंसर का काफी बड़ा संकेत हैं। इसे इग्नोर न करें और पाप स्मीयर टेस्ट करवाए।
3. Weight Loss
बहुत लोगों के लिए वेट लॉस ख़ुशी की बात होती है। हमेशा कोशिश करें की वजन के कम होने के पीछे आपको उसका कारण पता हो। अचानक से ज्यादा वजन कम होना किसी बीमारी की निशानी हो सकती है।आपका सप्ताह में एक किलो से ज़्यादा वज़न कम हो रहा है, यह चिंता की बात है। आपको एक फुल बॉडी check up करवा लेना चाहिए, ताकि आप कोई भी बीमारी को शुरुआत में ही समाप्त कर सकते हैं।
4. रेक्टल ब्लीडिंग (Rectal Bleeding)
कभी भी बिना किसी चोट के खून दिखना नॉर्मल नहीं है। यह चिंता का विषय है, और उसका अपने आप इलाज करने का प्रयास न करें।
5. एब्डोमिनल पेन (Abdominal Pain)
अगर आपको लगातार अपने एब्डॉमिन में दर्द हो रहा है, यूरिनेशन के समय पेन या जलन महसूस हो रही है, वजाइनल डिस्चार्ज में बदलाव, और स्मेल महसूस हो रही है तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। इन सारे संकेत के साथ में आने पर, डॉक्टर की सलाह लेने में देर न करें।
सर्वाइकल कैंसर से बचाव किया जा सकता है, और प्री कैंसर और tumor का भी इलाज किया जा सकता है। बस जब भी आपको कभी सर्वाइकल कैंसर के सिम्टम्स अपने शरीर में दिखाई दे तो तत्काल अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।