World No Tobacco Day: भारत में समय - समय पर नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसानों को बताने के लिए कई तरह के दिन डिसाइड किये गये हैं। उसी तरह से आज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जा रहा है। गांजे का इस्तेमाल कई देशों में खुलेआम होता है वहीं कुछ जगहों पर इसका उपयोग दवाओं के लिए भी किया जाता है। लेकिन गांजा (Cannabis) एक ऐसा नशीला पदार्थ है जो हमारे शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इसके सेवन से बचना चाहिए।
विश्व तंबाकू दिवस पर जाने गांजे से होने वाले नुकसान
1. गांजा मेन्टल हेल्थ को रोकता है
गांजा इंसान के मूड को पूरी तरह बदल देता है। यह आपकी याददाश्त को कम करता है। व्यक्ति जितना अधिक गांजे का सेवन करता है उसकी बुद्धि उतनी ही मंद होती जाती है। इसके साथ-साथ गांजा शरीर में उत्तेजना को भी बढ़ा देता है इससे मानसिक प्रॉबलम्स और टेन्शन बढ़ती है। गांजा हमारे ब्रेन डेवलपमेंट में बाधक साबित होता है। किशोरावस्था में गाँजे के सेवन से दिमाग पर बहुत ही ख़तरनाक असर होता है। गांजा हमारे ब्रेन के नर्वस सिस्टम के डेवलपमेंट और उससे होने वाले कामों को प्रभावित करता है। जिसके कारण हमारा शरीर लेज़ी होता जाता है और हमारा दैनिक जीवन प्रभावित होता है।
2. भूख में कमी
गांजे के सेवन से हमें भूख का अहसास होना धीरे-धीरे बन्द होता जाता है। जिसके परिणामस्वरूप हमारा शरीर दिन प्रतिदिन कमज़ोर और आलसी होता जाता है।
3. नींद में कठिनाई
गांजा हमारे दिमाग पर बहुत बुरा असर डालता है जिसकी वजह से हमें मासिक शांति नहीं मिल पाती है और इसका सीधा असर हमारी नींद पर होता है।
4. गांजा हमारे आईक्यू को भी घटाता है
गांजा हमारी मेंटलहेल्थ को बुरी तरह प्रभावित करता है लगातार गांजे के सेवन से हमारा आईक्यू लेवल कम होता जाता है। गांजे के सेवन से लोगों को डिप्रेशन और चिंता की प्रॉब्लम लगातार बनी रहती है जिसकी वजह से कभी कभी लोग अपने अग्रेशन को कंट्रोल नहीं कर पाते और बिना सोचे समझे कुछ भी अनयूजुअल कर जाते हैं जिसकी वजह से उनकी जान जोखिम में पड़ जाती है।
5. वजन कम होना
गांजे का सेवन हमारे शरीर के डाइजेस्टिव सिस्टम पर भी गलत इंपैक्ट डालता है जिसकी वजह से हमारे पाचन और शरीर के वजन पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है और हमारा वजन दिन पर दिन घटता जाता है। इसके साथ-साथ यह हमारे प्रजनन तंत्र को भी प्रभावित करता है जिसकी वजह से प्रोस्टेट कैंसर और बांझपन की भी आशंका होती है।
6. आक्रामकता और गुस्सा
गांजे के प्रयोग से व्यक्ति को गुस्सा बहुत अधिक आता है जिसके वजह से वह बहुत आक्रामक तरीके से व्यवहार करता है इसके सेवन से व्यक्ति का अपने ब्रेन पर से कंट्रोल धीरे-धीरे कम होता जाता है गांजे के सेवन से व्यक्ति के खून में टेट्राहाईड्रोसैनाबिनोल की मात्रा होने के कारण जिससे व्यक्ति अपना नियंत्रण खो सकता है।
7. गांजा ब्रेन पर बुरा प्रभाव डालता है
गांजे का सेवन करने वाले व्यक्तियों का मानना है कि गांजे के सेवन से व्यक्ति का ब्रेन ज्यादा शार्प और क्रिएटिव होता है। इसके विपरीत अगर आप रेगुलर गांजे का सेवन करते हैं तो आपकी लर्निंग एबिलिटीज और कॉनसंट्रेशन लेवल डाउन होता है।
8. हार्टअटैक का ख़तरा
अगर कोई व्यक्ति रेगुलर गांजे का इस्तेमाल करता है तो इससे हार्टअटैक के चांसेस काफ़ी बढ़ जाते हैं इसके साथ ही गांजे के अधिक सेवन से व्यक्ति की हड्डियां गलने लगती हैं।
9. चिड़चिड़ापन
गांजे के सेवन से व्यक्ति की मेंटल हेल्थ पर सीधा असर होता है जिसकी वजह से व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। उसे बेचैनी महसूस होती है। वह लोगों से दूर रहना पसंद करता है और छोटी-छोटी बातों पर उसे तेज़ गुस्सा आ जाता है ।
10. लंग कैंसर के खतरे को बढ़ाता है
गांजे के नियमित सेवन से गले और मुंह में जलन और खांसी की प्रॉब्लम हमेशा बनी रहती है। गांजे के नियमित सेवन से लंग कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ाता है। गांजे में कई प्रकार के हाइड्रोकार्बन मौजूद होते हैं जिसकी वजह से लंग्स में तंबाकू से लगभग तीन गुना ज्यादा टार बनाता है। गांजे में तंबाकू से पांच गुना अधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड होता है जो लंग कैंसर का कारण बनता है। जिससे यह साबित होता है कि गांजा व्यक्ति के शरीर के लिए तंबाकू से भी ज़्यादा खतरनाक है।