Endometriosis: महिलाओं के लिए कितनी परेशानी भरी यह समस्या?
एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या बनता जा रहा है। इस समस्या में महिलाओं को गर्भधारण करने में बहुत परेशानी आती है। इस बीमारी में एंडोमेट्रियल टिश्यू जो की गर्भाशय की आंतरिक परत होती है उसमें असामान्य वृद्धि होने लगती है जो गर्भाश्य से बाहर निकलती है जिस कारण महिलाओं को काफी परेशानी होती है। यह बीमारी गर्भाशय के साथ-साथ आंतो, अंडाशय वे प्रजनन से संबंधित अन्य अंगों में भी हो सकती है। यह समस्या महिलाओं में पीरियड के दौरान अधिक देखी जाती है। इस समस्या के कारण महिलाओं को पीरियड के दौरान असहनीय दर्द होता है।
कितने खतरनाक है यह समस्या?
एंडोमेट्रियोसिस की समस्या महिलाओं में काफी खतरनाक साबित हो सकती हैं। यह समस्या महिलाओं में पीरियड के दौरान असहनीय दर्द का कारण बनती है। अगर समय रहते इसके लक्षणों को देखकर इसका इलाज नहीं कराया जाता तो यह एक गंभीर स्थिति का रूप ले सकती है।
यह समस्या ज्यादातर 25 से 40 उम्र की महिलाओं के बीच देखने को मिलती है लेकिन कम उम्र की महिलाओं को भी यह समस्या हो सकती है। इस समस्या के कारण महिलाओं की फर्टिलिटी प्रभावित होती है और उन्हें गर्भ धारण करने में काफी परेशानी आती है। ऐसा बिल्कुल है कि इस बीमारी से ग्रसित महिलाओं को बांझपन की समस्या हो सकती है लेकिन वह उपचार के बाद गर्भधारण करने में सक्षम हो सकते हैं।
क्या है एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण-
प्रत्येक महिला में इस बीमारी के लक्षण अलग-अलग देखने को मिल सकते हैं। इसके मुख्य लक्षण कुछ इस प्रकार है-
1. इस बीमारी में महिलाओं को बार बार पेशाब जाना पड़ता है। उनका ब्लैडर बार-बार जल्दी भर जाता है और ब्लैडर में जलन भी होती है।
2. इस बीमारी में महिलाओं को पीरियड्स के दौरान पेशाब में कभी-कभी खून आने की शिकायत होती है।
3. इस बीमारी में महिलाओं को किडनी के आसपास कमर में काफी दर्द महसूस होता है।
4. इस बीमारी में महिलाओं को सेक्स के दौरान या उसके बाद दर्द होता है साथ ही पीरियड्स के दौरान भी दर्द होता है।
5. थकान, दर्द, कब्ज, सूजन और दस्त भी इसके सामान्य लक्षणों में से हैं।
6. इस बीमारी में पीरियड्स के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव होता है|
अगर आपको यह सभी लक्षण अपने अंदर महसूस होते हैं तो बिना किसी देरी के आपको अपने डॉक्टर से जल्दी संपर्क करना चाहिए।