False Pregnancy: गर्भावस्था आमतौर पर अपेक्षित माता-पिता के लिए एक रोमांचक समय होता है। लेकिन गर्भधारण हमेशा सुखी नहीं होता है कभी-कभी महिलाओं को फॉल्स प्रेग्नेंसी हो सकती है। फॉल्स प्रेग्नेंसी एक ऐसी स्थिति है जहां महिलाएं गर्भवती नहीं होती हैं लेकिन उन्हें लगता है कि वे गर्भवती हैं। यह गर्भावस्था के सभी लक्षणों को भी दिखाता है। मेडिकल टर्म में फॉल्स प्रेग्नेंसी को स्यूडोसाइसिस के रूप में जाना जाता है। ऐसा अक्सर युवा लड़कियों के साथ होता है, खासकर पर तब जब वे अपना पहला सेक्स करती हैं।
फॉल्स प्रेग्नेंसी क्या है
फॉल्स प्रेग्नेंसी एक ऐसा समय होता है जब महिलाएं सोचती हैं कि वे गर्भवती हैं। वे जो भी लक्षण देखती हैं वह गर्भावस्था का संकेत होता है लेकिन वास्तविकता यह है कि वे गर्भवती नहीं होती हैं। इसे फॉल्स प्रेग्नेंसी कहा जाता है ऐसा कुछ महिलाओं के साथ हो सकता है।
फॉल्स प्रेग्नेंसी के लक्षण
फॉल्स प्रेग्नेंसी के लक्षण गर्भावस्था के लक्षण की तरह होते हैं लेकिन कभी-कभी संकेत हमेशा सच नहीं होते हैं। फॉल्स प्रेग्नेंसी के दौरान आपको जिन लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है वह यह है कि आपके पीरियड्स मिस हो सकते हैं, आपका वजन आसानी से बढ़ सकता है, मॉर्निंग सिकनेस और उल्टी हो सकती है, आपके स्तन का आकार बढ़ सकता है। ऐसे मामलों में महिलाएं सोच सकती हैं कि वे गर्भवती हैं इसलिए कुछ भी सोचने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
फॉल्स प्रेग्नेंसी के कारण
फॉल्स प्रेग्नेंसी के पीछे मुख्य कारण मानसिक दबाव या मानसिक तनाव होता है। सबसे आम कारण यह है कि महिलाओं में गर्भवती होने की इतनी तीव्र इच्छा होती है कि उन्हें लगता है कि वह गर्भवती हैं। यह अंतःस्रावी तंत्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे गर्भावस्था के लक्षण और संकेत हो सकते हैं। प्रोवर्टी या पति-पत्नी के बीच खराब संबंध के कारण भी फॉल्स प्रेग्नेंसी हो सकती है। महिलाओं में गर्भावस्था जैसे लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं, जो बाद में फॉल्स प्रेग्नेंसी में बदल जाते हैं।
फॉल्स प्रेग्नेंसी का इलाज
फॉल्स प्रेग्नेंसी झूठी गर्भावस्था के इलाज के लिए हमें किसी डॉक्टर की आवश्यकता नहीं है यह पूरी तरह से व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है। फॉल्स प्रेग्नेंसी के इलाज में उस व्यक्ति को भावनात्मक समर्थन देना शामिल है। फॉल्स प्रेग्नेंसी के कारणों की पहचान करने की जरूरत है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।