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Measures for comfort and cleanliness during periods: पीरियड्स हर महिला की जिंदगी का एक सामान्य हिस्सा है, लेकिन इस दौरान सही देखभाल और स्वच्छता न रखने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस समय कई महिलाओं को दर्द, मूड स्विंग्स, कमजोरी और असहजता का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने शरीर का खास ख्याल रखें ताकि ये दिन आरामदायक और स्वस्थ Tips से गुज़रें।
Periods में आराम और सफाई के उपाय
साफ-सफाई का ध्यान रखें
पीरियड्स के दौरान पर्सनल हाइजीन बनाए रखना सबसे अहम होता है। हर 4-6 घंटे में सैनिटरी पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप को बदलना चाहिए ताकि किसी भी तरह के इन्फेक्शन से बचा जा सके। इंटिमेट एरिया को हल्के गर्म पानी से धोना चाहिए और हार्श केमिकल वाले साबुन या परफ्यूम वाले वाइप्स के इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि इससे जलन और खुजली हो सकती है। कपड़ों को भी साफ और सूती रखना चाहिए ताकि त्वचा को आराम मिले और खुजली या रैशेज़ जैसी समस्याओं से बचा जा सके।
मेंस्ट्रुअल Products का सही चुनाव करें
हर महिला की जरूरतें अलग होती हैं, इसलिए सही मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट चुनना बहुत जरूरी है। अगर ब्लड फ्लो Blood Flow ज्यादा होता है तो सुपर-अब्जॉर्बेंट पैड या टैम्पोन का इस्तेमाल किया जा सकता है, जबकि जिन महिलाओं को पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूक रहना पसंद है, वे मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग कर सकती हैं, जो लॉन्ग-लास्टिंग और इको-फ्रेंडली होता है। जो महिलाएं ज्यादा फिजिकल एक्टिव रहती हैं, उनके लिए टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल डिस्क बेहतर विकल्प हो सकता है। किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते समय उसकी स्वच्छता का खास ध्यान रखना चाहिए और जरूरत के अनुसार समय पर बदलना चाहिए।
दर्द से राहत पाने के उपाय
पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द, कमर दर्द(Pain) और सिरदर्द को कम करने के लिए कुछ आसान उपाय किए जा सकते हैं। गर्म पानी की थैली (हॉट वॉटर बैग) पेट पर रखने से दर्द में राहत मिलती है, क्योंकि यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। हल्की एक्सरसाइज़ या योग करने से भी शरीर में लचीलापन बढ़ता है और दर्द कम होता है। हर्बल टी, खासतौर पर अदरक और कैमोमाइल टी, पीने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और सूजन भी कम होती है। इस दौरान कैफीन युक्त चीजों से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में पानी की कमी कर सकता है और दर्द को बढ़ा सकता है। अगर दर्द बहुत अधिक हो तो डॉक्टर की सलाह लेकर हल्की दर्द निवारक दवाओं का सेवन किया जा सकता है।
संतुलित आहार(Balance Food) और हाइड्रेशन का रखें ध्यान
पीरियड्स के दौरान सही खानपान अपनाने से शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा और पोषण मिलता है। इस समय आयरन और प्रोटीन से भरपूर भोजन करना चाहिए, जैसे पालक, दालें, अंडे, और नट्स, जिससे शरीर में खून की कमी न हो। गुड़ और डार्क चॉकलेट का सेवन करने से न सिर्फ आयरन की पूर्ति होती है बल्कि मूड भी बेहतर होता है। अधिक मात्रा में पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और ब्लोटिंग की समस्या कम होती है। नारियल पानी, हर्बल टी और फलों के जूस से शरीर को अतिरिक्त मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स मिलते हैं, जिससे कमजोरी महसूस नहीं होती। इस दौरान ज्यादा ऑयली और मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है और एसिडिटी बढ़ा सकता है।
पीरियड्स के दौरान सही देखभाल करने से न केवल असहजता कम होती है, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साफ-सफाई, सही खानपान, दर्द से राहत के उपाय और मानसिक शांति बनाए रखने से यह समय बिना किसी परेशानी के गुज़र सकता है। इसके अलावा, समाज में पीरियड्स को लेकर खुलकर बात करना और सही जानकारी फैलाना भी बहुत जरूरी है ताकि हर लड़की और महिला इस नेचुरल प्रोसेस को बिना किसी झिझक या परेशानी के मैनेज कर सके।