PCOS Misconceptions And It’s Reality: PCOS यानी Polycystic Ovary Syndrome महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ा है। यह ओवरी में होने वाले मल्टिपल सिस्ट्स हैं जो कि छोटे Blisters जैसे दिखाई देते हैं। यह बॉडी में होने वाले हार्मोनल इम्बैलेंस से होता है, जिससे महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ जाता है जो कि उनके पीरियड सायकिल को अनियमित बना देता है। PCOS से ग्रसित महिलाओं के पीरियड्स अनियमित होते हैं और उन्हें पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द सहना पड़ता है।
PCOS से जुड़ी 5 आम भ्रांतिया और उनकी सच्चाई
हर 10 में से 1 महिला PCOS से प्रभावित है और लगभग 70% महिलाएं जो कि इससे ग्रसित हैं उन्हें यह पता भी नही होता है कि वो पीसीओएस से प्रभावित हैं। शिक्षा और जागरूकता न होने की वजह से कई बार महिलाएं PCOS से जुड़े मिथकों को सही मान बैठती हैं। आइये कुछ ऐसी ही भ्रांतियों और मिथकों की सच्चाई के बारे में जानते हैं।
1. प्रेगनेंसी में समस्या
जिन लड़कियों को PCOS की समस्या होती है अक्सर उन्हें कई बार जल्दी शादी और बच्चे का सुझाव दिया जाता है क्योंकि लोगों में यह भ्रांति है कि पीसीओएस गर्भधारण को प्रभावित करता है। जबकि यह बिल्कुल सत्य नहीं है। महिलाएं PCOS से ग्रसित होते हुए भी गर्भ-धारण कर सकती हैं।
2. वज़न कम करना है PCOS का इलाज
कई बार महिलाएं PCOS से छुटकारा पाने के लिए अपने खान - पान में कमी करने लगती हैं जिससे उनका वज़न कम हो जाए, पर ऐसा करने से वह अक्सर अनीमिया का शिकार हो जाती हैं। यह बिल्कुल सत्य है कि सही खान-पान न होना हार्मोनल इम्बैलेंस का कारण बनता है जो कि PCOS को जन्म देता है।
3. मोटापा PCOS का कारण
PCOS से ग्रसित महिलाओं को वज़न कम करने और Strict Diet की सलाह दी जाती है। यह एक मिथक है कि केवल अधिक वज़न वालों को ही PCOS होता है जबकि कई बार कम वज़न वाली महिलाएं भी इससे प्रभावित होती हैं।
4. डाइट को करें डेयरी मुक्त
डॉक्टर्स अक्सर यह सलाह देते हैं कि पीसीओएस ग्रसित महिलाओं को डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन नहीं करना चाहिए। जबकि यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं है कि डेयरी प्रोडक्ट्स PCOS पर असर डालते हैं।
5. अनियमित पीरियड्स यानी PCOS
हर महिला का पीरियड सायकल एक - सा हो यह ज़रूरी नहीं। यह कुछ दिन जल्दी या देर से हो सकता है और यह प्राकृतिक है। हर अनियमित पीरियड पीसीओएस नहीं होता और ना ही मामूली हार्मोनल इम्बैलेंस, PCOS का कारण बनता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।
सूचना: इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन अंशिका पाण्डेय का है।