How Much Period Pain Is Normal: पीरियड्स में कितना दर्द है नार्मल?
पीरियड्स के दौरान हल्का दर्द होना महिलाओं के लिए आम बात होती है। लेकिन, कई बार यह असहनीय और परेशान करने वाला हो जाता है। शुरूआती दिनों में यह काफ़ी कम या थोड़ा ज्यादा होता है लेकिन, इसके कारण कई बार 2 से 3 दिनों तक हम असहज और तनाव महसूस करती है। इसलिए जानना काफ़ी ज़रूरी है कि पीरियड्स में होने वाला दर्द कितना तक सामान्य है और कितना होने पर परेशानी का सबब?
कितना दर्द है सामान्य?
पीरियड में पेट के निचले हिस्से में सामान्य दर्द, लागातार धड़कने जैसे अनुभव का होना, कमर के पीछले हिस्से में दर्द और जी-मिचलाना सरदर्द या दस्त जैसे लक्षणों को आमतौर पर सामान्य माना जा सकता है। क्योंकि ये कुछ सामान्य शारीरिक बदलावों के कारण होता हैं। इनमें आमतौर पर कुछ आंतरिक (इंटरनल) इंफेक्शन या रोग के कारण होता है। यह यूट्रस (गर्भाशय) के अंदर मांसपेशियों में खिंचाव या फैलाव के कारण होता है। जैसे जैसे सिकुड़न मजबूत होता जाता है, गर्भाशय से खून के प्रवाह को रोकता है या कम कर देता है। इसी के कारण ऐंठन या दर्द का अनुभव होने लगता है।
कब डॉक्टर की सलाह है जरूरी?
पीरियड दर्द अगर पुरे साइकिल या 72 घंटे से ज्यादा रहे तो चिंता की बात है। इस दौरान अधिक मात्रा में ब्लीडिंग, असहनीय दर्द और साईकिल का अधिक दिनों तक बने रहने से गंभीर बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ (गाइनेकोलॉजिस्ट) से संपर्क करना चाहिए।
इसके अलावा कुछ सामान्य उपाय भी है जिन्हें करके आप दर्द से राहत पा सकती हैं, जैसे:
1. सबसे सामान्य बात यह है कि आप आराम करें.
2. इसके अलावा पेन रिलीफ पैड का इस्तेमाल करें या सामान्य तापमान वाले हॉट बैक का इस्तेमाल भी आप कर सकती हैं।
3. पेट के नीचे वाले हिस्से में जहां दर्द हो रहा है वहां हल्की मालिश करने से भी दर्द से राहत मिल जाएगी।
4. इसके अलावा पेल्विक पेन से राहत पाने के लिए हल्के व्यायाम भी लाभकारी हो सकता है जो रक्त के प्रवाह को नार्मल करता है।
5. जरूरत पड़ने पर दवाओं का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
6. इसके अलावा कुछ सामान्य पाबंदियों के अपनाने के बाद भी आप पीरियड्स के दर्द से मुक्ति पा सकती हैं। जैसे कैफ़ीन, शराब, ऑयली चीजों और शुगर के सेवन को कम या पुरी तरह बंद कर सकती हैं।
7. वजन को संतुलित रखना इस दौरान काफी महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए आपको हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों के इस्तेमाल को अधिक तवज्जो देना चाहिए।
8. इसके अलावा नमक के सेवन को भी कम करना चाहिए। क्योंकि इससे वॉटर रिटेंशन होता है और इससे भी समस्या हो सकती है।