Potential reasons for an increase in heart disease due to gym workouts: जिम करना और व्यायाम स्वस्थ जीवनशैली का हिस्सा हैं। यह हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। लेकिन कई बार कुछ परिस्थितियों में जिम और अत्यधिक व्यायाम हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। यह समस्या तब अधिक होती है जब व्यायाम गलत तरीके से किया जाता है, या शरीर की क्षमता और स्वास्थ्य स्थिति को नजरअंदाज किया जाता है। यहां जिम करने से हृदय रोग बढ़ने के 5 संभावित कारण बताए गए हैं।
जिम करने से हृदय रोग बढ़ने के संभावित कारण
1. अत्यधिक व्यायाम (ओवर-एक्सर्शन)
अत्यधिक या लंबे समय तक व्यायाम करने से हृदय पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। यह स्थिति विशेष रूप से उन लोगों में देखी जाती है जो बिना विशेषज्ञ की सलाह के हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट करते हैं। अत्यधिक व्यायाम से हृदय गति असामान्य हो सकती है, जो गंभीर मामलों में हृदय रोग का कारण बन सकती है।
2. पूर्व-निर्धारित स्वास्थ्य स्थितियों की अनदेखी
यदि किसी व्यक्ति को पहले से ही उच्च रक्तचाप, डायबिटीज़, या किसी अन्य हृदय संबंधी समस्या है और वह बिना डॉक्टर की सलाह के जिम करता है, तो हृदय रोग बढ़ने का खतरा रहता है। इन स्थितियों में व्यायाम करने से हृदय पर अधिक भार पड़ सकता है, जिससे हार्ट अटैकया स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. गलत तकनीक या ट्रेनिंग की कमी
जिम में गलत एक्सरसाइज टेक्निक या भारी वजन उठाने की कोशिश हृदय और मांसपेशियों पर दबाव डाल सकती है। कई लोग उचित ट्रेनर की निगरानी के बिना व्यायाम करते हैं, जिससे उनकी हृदय गति अचानक बढ़ जाती है। यह स्थिति हृदय में रक्त प्रवाह को बाधित कर सकती है और समस्याओं को जन्म दे सकती है।
4. स्टेरॉयड और सप्लीमेंट्स का उपयोग
जिम करने वाले कुछ लोग तेज़ परिणाम पाने के लिए स्टेरॉयड या अनियमित सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं। ये पदार्थ हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं। लंबे समय तक इनका उपयोग दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है।
5. अनुचित डाइट और रिकवरी का अभाव
जिम के बाद शरीर को उचित पोषण और आराम की जरूरत होती है। अगर डाइट संतुलित न हो और पर्याप्त नींद न ली जाए, तो हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। यह हृदय की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है और दीर्घकालिक नुकसान पहुंचा सकता है।