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Lesbian couple प्रेग्नेंट होने के लिए अपना सकते हैं ये प्रेगनेंसी ऑप्शन

भारत में सेम सेक्स मैरेज को मान्यता तो नहीं दी गई, पर सेम सेक्स कपल होना यहां लीगल है। भारत में एक लेस्बियन और गे कपल को कोई लीगल अधिकार नहीं कि वो एक पैरेंट बन सके। एक सिंगल मदर को भारत में लड़की अडॉप्ट करने का लीगल अधिकार है

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Khushi Jaiswal
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( Image credit : fertilityIQ )

Lesbian couple : भारत में सेम सेक्स मैरेज को मान्यता तो नहीं दी गई, पर सेम सेक्स कपल होना यहां लीगल है। भारत में एक लेस्बियन और गे कपल को कोई लीगल अधिकार नहीं कि वो एक पैरेंट बन सके। एक सिंगल मदर को भारत में लड़की अडॉप्ट करने का लीगल अधिकार है और एक सिंगल फादर सिर्फ लड़के अडॉप्ट कर सकते हैं पर आप अगर एलजीबीटी समुदाय से हैं, तो आपको सरकारी तौर पर एक पैरेंट बनने का अधिकार भारत सरकार नहीं देती है। लेकिन फिर भी अगर आप एक लेस्बियन कपल हैं, तो हम आपके जानकारी के लिए कुछ ऐसे प्रेगनेंसी ऑप्शन बताएंगे जिससे आप एक पैरेंट् बन सकते हैं। 

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Lesbian couple प्रेग्नेंट होने के लिए अपना सकते हैं ये प्रेगनेंसी ऑप्शन

1. आईयूआई (IUI)

इंट्रा यूटेराईन इन्सेमिनेशन यह एक ऐसा प्रोसेस है, जब मैन्युअली गर्भशय में एक नली के द्वारा स्पर्म को डाला जाता है। यह प्रोसेस के सफलता का रेट पूरी तरह स्पर्म हेल्थ,अंडे की कंडीशन और आपके स्वस्थ प्रजनन अंगों पर डिपेंड होता है। ये प्रोसेस एक महिला के पीरियड्स के 7 - 10 दिन के अंदर किया जाने वाला प्रोसेस है। ये प्रोसेस दर्दनाक नहीं होती पर आपको हल्की ब्लीडिंग और पेट में मरोड़ महसूस हो सकता है इसके बाद आप 1 से 2 दिन के लिए आराम कर सकते हैं।  

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2. आईवीएफ (IVF)

निसंतान लोगों के लिए आईवीएफ हमेशा से एक पैरेंट बनने के लिए पहला ऑप्शन होता है। स्ट्रैट कपल के साथ बच्चें के लिए इसे मेथड को लेस्बियन कपल भी अपना सकता है। यह एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें एक महिला के अंडे को लैब में स्पर्म से निषेचित किया जाता है। इस प्रोसेस में दोनों पार्टनर को दवाई के साथ अपने स्वास्थ का भी खास ख्याल रखना पड़ता है। इसकी सफलता पूरी तरह से आपके उम्र,स्वस्थ और फर्टिलिटी पर निर्भर है। इस पूरे प्रोसेस में लगभक 3 सप्ताह का वक्त लगता है। 

3. सरोगेसी (Surrogacy)

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अगर आप दोनों को प्रेग्नेंट नहीं होना है या आप दोनों को फर्टिलिटी से संबंधित समस्या है, तो आप सरोगेसी का ऑप्शन अपना सकते हैं। इसमें आईवीएफ के जरिए तैयार किया गया निषेचित एग को दूसरी महिला के गर्भ में डाला जाता है और जब बच्चा जन्म ले लेता है तब उसे आपको सौप दिया जाता है। इसमें लीगल एग्रीमेंट पहले साइन किया जाता है। जो भी महिला बच्चें को जन्म देने वाली है उसकी मेडिकल हिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए ताकि बच्चा स्वस्थ रह सके। 

4. एडॉप्शन (Adoption)

इस दुनिया में कितने बच्चें हैं जिन्हें एक घर की जरुरत है,अगर आप किसी को एडॉप्ट करते हैं तो ये आपके साथ उनकी भी जिंदगी बदल देगी। वैसे तो भारत में ये लेस्बियन कपल के लिए लीगल नहीं है पर ये एक मेथड है जिससे एक सेम सेक्स कपल पेरेंट्स बन सकते हैं।  

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आपको जानकारी के लिए बता दें कि एक लेस्बियन कपल में 2 मादा यानि 2 महिलाएं होती हैं। इसलिए इस प्रोसेस में सबसे पहले एक महिला के शरीर में से अंडे लिए जाते हैं और डोनटेड स्पर्म से उसे निषेचित कर उसे दूसरें महिला के गर्भ में इन्सर्ट किया जाता है। इस तरह से पूरें प्रेगनेंसी में दोनों का योगदान होता है और दोनों बच्चें से अच्छी तरह कनेक्ट और अटैच हो पाते हैं।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

Lesbian Couple एलजीबीटी समुदाय सेम सेक्स मैरेज
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