Puberty In Girls: लड़कियां प्यूबर्टी से जुड़ी यह बातें जरूर पढ़े
प्यूबर्टी यानी कि वह समय जब बालक और बालिकाओं में यौवन के लक्षण आने शुरू होते हैं। यह समय एक्साइटिड और नर्वसनेस से भरा हो सकता है। क्योंकि इस दौरान बालक और बालिकाओं के शरीर में काफी बदलाव आते हैं जिस कारण वह अपने आप को लेकर थोड़ा असहज भी महसूस कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि प्यूबर्टी के दौरान शरीर में बदलाव होने पर आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
प्यूबर्टी में क्या होता है?
प्यूबर्टी आपके जीवन का वह समय है जब आप बाल अवस्था को छोड़कर यौवन अवस्था में प्रवेश करते हैं। इस दौरान आपके शरीर में बहुत हार्मोनल बदलाव होते हैं जिस कारण आपके बाहरी शरीर में भी बहुत से बदलाव देखने को मिलते हैं। इस लेख में हम महिलाओं के शरीर में प्यूबर्टी की तीनों स्टेज के बारे में जानेंगे।
पहली स्टेज
प्यूबर्टी की पहली स्टेज में लड़कियों में ब्रेस्ट की ग्रोथ होना शुरू होता है। यह स्टेज लड़कियों में 8 से 11 उम्र के बीच आती है और कम से कम 2 से 4 साल तक के लिए रहती है। इस समय शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं जिस कारण ब्रेस्ट का साइज बढ़ता है और इस दौरान एक ब्रेस्ट का साइज जल्दी बड़ा होना और दूसरी का छोटा होना बहुत ही सामान्य है। इस स्टेज में लड़कियों को प्यूबिक हेयर आना भी शुरू होता है।
दूसरी स्टेज
प्यूबर्टी की दूसरी स्टेज पहली स्टेज के 2 से 3 साल बाद शुरू होती है। इस स्टेज में लड़कियों को पीरियड आना शुरू होता है और उनके शरीर में काफी बदलाव होते हैं। इस दौरान न सिर्फ शारीरिक बदलाव होते हैं बल्कि मानसिक प्रभाव भी पड़ता है। इस स्टेज में वजाइनल डिस्चार्ज भी शुरू होता है और चेहरे और शरीर पर एक्ने की समस्या भी होती है। इस समय लड़कियों का वजन भी प्रभावित होता है।
तीसरी स्टेज
दूसरी स्टेज पर पहला पीरियड आने के बाद आप की तीसरी स्टेज शुरू होती है। पहला पीरियड आपके लिए बहुत ही अलग अनुभव होता है। लेकिन जब आपकी पीरियड साइकिल शुरू होती है तो आप अपने शरीर को और बेहतर जानना शुरू कर देते हैं। प्यूबर्टी के तीसरे स्टेज ओवुलेशन की स्टेज होती है।
प्यूबर्टी में कौन से भावनात्मक बदलाव होते हैं?
1. प्यूबर्टी आने पर आपके शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस कारण काफी मूड स्विंग्स होते हैं। शुरू में यह मूड स्विंग आपके समझ के बाहर हो सकते हैं लेकिन धीरे-धीरे आप इन्हें बेहतर समझने लगते हैं।
2. शरीर में हार्मोंस के बदलाव होने पर सेक्सुअल डिजायर भी पैदा होती है और इस वजह से हमारा स्वभाव काफी रोमांटिक होने लगता है।
3. क्योंकि आपके शरीर में काफी बदलाव होते हैं, यह बदलाव ना सिर्फ अंदर बल्कि बाहर भी दिखाई देते हैं। आपके शरीर में और चेहरे पर ऐसे बदलाव होते हैं जिनके कारण आप या तो काफी कॉन्फिडेंट महसूस कर सकते हैं या फिर इस कारण आपका कॉन्फिडेंस गिर सकता है।
4. आपको इन बदलाव को ज्यादा तवज्जो ना देते हुए अपने आप से प्यार करना चाहिए। आप खुद को लेकर जो कुछ भी महसूस करते हैं उनके बारे में अपने लोगों से बात करनी चाहिए और अपने आप को लेकर कॉन्फिडेंट होना चाहिए।