Irregular Periods: अक्सर महिलाओं में जो आम समस्या होती है वो होती है उनके मासिक धर्म या पीरियड्स (Periods) से जुड़ी। महिलाओं को अक्सर पीरियड्स से जुड़ी बहुत सी समस्याओं जैसे पीरियड्स समय पर न होना, बहुत ज्यादा होना, खून के रंग में बदलाव, पीरियड्स कम होना और जल्दी या देर में होना आदि का सामना करना पड़ता है। इन सब वजहों के पीछे बहुत से शारीरिक और मानसिक कारण होते हैं।
मासिक धर्म का पूरा कनेक्शन हमारे संपूर्ण शरीर से होता है। शरीर में किसी भी चीज के अव्यवस्थित होने पर उसका मासिक धर्म से जुड़े अंतराल और अन्य चीजों पर असर पड़ सकता है। स्टेफ्री की मानें तो वैसे तो आमतौर पर नॉर्मली पीरियड्स महिलाओं को 21 से 35 दिनों के बीच होते हैं, जो हर महिला को अपने अनुसार हो सकते हैं। इसमें किसी भी तरह के बदलाव पर महिलाओं को डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए।
अनियमित मासिक धर्म के पीछे कारण क्या हैं
अगर पीरियड्स (Periods) गड़बड़ होने लगें तो निम्न कारण हो सकते हैं :-
स्थान परिवर्तन
कई बार एक जगह से दूसरी जगह जाने पर पीरियड्स (Periods) की साईकिल में परिवर्तन आ जाता है। उदाहरण के लिए अगर आप किसी ठंडे राज्य से गरम राज्य की ओर रुख करती हैं तो आपकी पीरियड्स की साइकिल में परिवर्तन आ जाता है। इसी तरह कई बार दूसरे राज्य के पानी और खानपान की वजह से भी कुछ महीनों पीरियड्स में परिवर्तन देखा जा सकता है।
खान-पान में परिवर्तन
कई बार अपनी ही जगह पर खान-पान में परिवर्तन कर देने से भी पीरियड साइकिल प्रभावित हो जाती है। बहुत ज्यादा ठंडा या गर्म खाने से, मसालेदार खाने से पीरियड्स की साइकिल में परिवर्तन आ जाता है। पीरियड्स या मासिक धर्म जल्दी या देर से हो सकते हैं।
मानसिक स्थिति में परिवर्तन
अधिक तनाव, नींद कम लेना और अन्य मानसिक कारणों की वजह से भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। किसी भी तरह की मानसिक साइकिल बिगड़ने से पीरियड्स से जुड़ी साइकिल भी प्रभावित हो जाती है। ऐसे में जरूरी है संतुलित दिनचर्या रखें।
गर्भनिरोधक प्रक्रियाओं में परिवर्तन
बहुत बार गर्भनिरोधक लेने से या उससे जुड़े उपाय करने से पीरियड्स साइकिल में बदलाव आ जाता है। प्रेग्नेंट होने के दौरान भी पीरियड्स रुक जाते हैं। इन प्रक्रियाओं में किसी भी तरह की समस्या पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इस तरह आप देख सकते हैं कि पीरियड्स या मासिक धर्म से जुड़ा चक्र किसी शारीरिक या मानसिक कारण से प्रभावित हो सकता है। दिनचर्या में किसी भी तरह के बदलाव आने पर भी पीरियड्स साइकिल में परिवर्तन आ सकता है। उपर्युक्त कारणों के अलावा भी बहुत से कारण हो सकते हैं जिनसे पीरियड्स में बदलाव देखा जा सकता है। गंभीर स्थिति में जरूरी है डॉक्टर से कंसल्ट करें।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।